बिहार में बच्चों एवं महिलाओं को एनीमिया से खतरे से आजाद करने के लिए एक विशेष स्वास्थ्य मुहिम चलाई जा रही है। वहीं इस विशेष अभियान के बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों एवं महिलाओं को एनीमिया से मुक्त करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें स्कूली छात्राओं को आयरन फोलिक एसिड की पिंक गोली और 20 से 24 वर्ष के प्रजनन उम्र की महिलाओं को लाल गोली दी जा रही है। साथ ही 6 माह से 59 माह के बच्चों को सप्ताह में दो दिन बुधवार व शनिवार को आयरन फोलिक एसिड सिरप पिलाई जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ मिल कर स्कूल जाने वाले पांच से नौ साल के बच्चों को आयरन फॉलिक एसिड की पिंक गोली विद्यालय में मध्याह्न भोजन के बाद हर बुधवार को दी जाती है। साथ ही पांच से नौ साल के कुछ ऐसे बच्चे जो विद्यालय नहीं जाते, आशा उनके घर घर जाकर हर बुधवार आईएफए पिंक की एक गोली उन्हें देती है। बता दें कि अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक कुल छह माह से 59 महीने के 35 लाख 45 हजार 814 बच्चों को आयरन फॉलिक एसिड सिरप के बोतल दी गई है। साथ ही विद्यालय या आंगनबाड़ी सेंटर पर पांच से नौ साल तक के 31 लाख 1 हजार 582 बच्चों को आयरन फॉलिक एसिड की गोली बांटी गई है।
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