RANCHI : ED द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चौथी बार भेजे गए समन और अब तक मुख्यमंत्री द्वारा ED के बुलावे को नजरअंदाज करने को लेकर राजनीतिक गलियारों में आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। विपक्ष ने इस बाबत साफ कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सर्वोच्च पद पर बैठे हैं। कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करना उनके लिए काफी जरूरी है। ऐसे में जमीन घोटाले मामले को लेकर पूछताछ के लिए ED लगातार हेमंत सोरेन को समन भेज रही है और वह टालमटोल करते नजर आ रहे हैं। यह ठीक नहीं है, विपक्ष अब सीधे तौर पर सीएम हेमंत सोरेन आरोप लगाते हुए कहता नजर आ रहा है कि अगर वे गलत नहीं है तो फिर पूछताछ प्रक्रिया से भागते क्यों नजर आ रहे हैं। उनका ED कार्यालय में हाज़िर नहीं होना इस बात की तरफ इशारा करता है की वो गलत हैं और भाग रहे हैं।
मामला गड़बड़ है : बाबूलाल मरांडी
ED के समन मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बारे में कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट तो गए हैं, वह इसलिए गए हैं क्योंकि कोई पूछताछ नहीं करें, कार्रवाई नहीं करें। उन्होंने कहा कि जब इन्होंने कोई गड़बड़ नहीं किया है तो फिर डर किस बात की है मुख्यमंत्री को। ऐसा तब होता है जब कोई गड़बड़ किया जाता है। जब मुख्यमंत्री कहते हैं कि हमने कोई गड़बड़ नहीं किया है तो डर किस बात का है। ED ने जो उनको समन किया है तो उनको ED कार्यालय में हाजिर होकर सामना करना चाहिए, जवाब देना चाहिए। बात क्या है, मुख्यमंत्री क्या बात छुपा रहे हैं। मुख्यमंत्री जिस प्रकार से सुप्रीम कोर्ट गए हुए हैं, उस प्रकार से तो लगता है कि मामला गड़बड़ है।
जवाब सामने आकर देना चाहिए : सुदेश महतो
इस मामले में आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री के पदभार ग्रहण के समय जो पद और गोपनीयता की जो शपथ लेते हैं, जिनके जिम्मे राज्य की कानून व्यवस्था पालन कराने का होता है, उन्हें हमेशा यह सिद्ध करना चाहिए कि हम जिस व्यवस्था को पालन करना और कराना चाहते हैं तो हम सब भी उस दायरे के अंदर में है तो कभी भी किसी भी परिस्थिति में अगर लॉ एंड ऑर्डर का नेतृत्व करने वाले के ऊपर कभी आरोप लगे तो मुझे लगता है कि उन्हें सामने आकर पहले सिद्ध करना चाहिए। इससे लोकप्रियता बढ़ती है, इससे भागना नहीं चाहिए, उसका सामना करना चाहिए। अगर उंगली उठ रही है तो उसका जवाब सामने आकर देना होगा। अगर कोर्ट या किसी एजेंसी से मामला आया है तो सामने आकर अपनी बात को रखना चाहिए।