देश में घुसखोरी बढ़ती ही जा रही है। हर जगह घुसखोरी चल रही है। चाहे सामान्य सा क्लर्क हो या कोई अफसर। कोई भी इससे अछूता नहीं है। घुसखोरी का आलम यह है कि एक सामान्य सा क्लर्क का जॉब करने वाला भी कुछ सालों के बाद करोड़पति बन जा रहा है। ताजा मामला मुजफ्फरपुर से आया है जहां विजिलेंस ब्यूरो ने गुरुवार को मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन ऑफिस का हेड क्लर्क सुबोध कुमार के यहां छापेमारी की। छापेमारी में विजिलेंस ब्यूरो भी दंग रह गए। जब एक सामान्य सा दिखने वाला क्लर्क करोड़पति निकला।
विजिलेंस ब्यूरो ने सुबोध के विरुद्ध आय से अधिक 2,13,73,424 संपत्ति अर्जित करने के मामले में केस अर्जित कर उनके ठिकाने पर छापेमारी की। यह छापेमारी लगभग 10 घंटे तक चली। इस दौरान मुजफ्फरपुर के खबड़ा में उनके विभिन्न आवास और सरकारी कार्यालय में संपत्ति से जुड़े कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। विजिलेंस के अनुसार सुबोध कुमार ने खुद के और अपने दो बेटों अतुल और आर्यन के नाम पर 90.60 लाख की अचल संपत्ति बनाई है। क्लर्क दो-दो आईटीआई का मालिक है। साथ ही 9 गाड़ियों का मालिक बताया जा रहा है। उसके और उसके बेटों के नाम 9 गाड़ियां हैं। जिनमें इनोवा, टाटा निक्सन, टाटा सफारी और जीप भी शामिल हैं।
पटना -आनंद विहार के बीच होगा समर सुपर फास्ट स्पेशल ट्रेनों का परिचालन
आय से करोड़ों अधिक की संपत्ति
छापेमारी करने के बाद विजिलेंस ब्यूरो का कहना है कि सुबोध कुमार ने आर्यन आईटीआई और प्रतिमा आईटीआई खोलने के लिए लाखों रुपए खर्च किए हैं। 90.60 लाख में जमीन खरीदी है। जमीन के पांच दस्तावेज मिले हैं। इसके अलावा आईटीआई में शिक्षण कार्य पर 15 लाख और वाहन खरीद पर 60 लाख खर्च किए हैं।