पलामू के सिविल सर्जन डॉ जान एफ केनेडी को 50 हजार रुपये घूस लेते शुक्रवार को ACB ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि वह बिल पास करने के लिए घूस ले रहे थे। ACB आगे की कार्रवाई कर रही है। बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले गोल्डन कुमार ने एसीबी को आवेदन दिया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि उनकी संस्था है RUSSION HEALTH CARE PVT. LTD जिसका जिला स्वास्थय समिति, पलामू से CLINICAL OUTREACH TEAM (COT) का MOU है, जो 2 साल के लिए 6 मई, 2022 तय किया गया था।
अब तक किये गये कार्यों का 1.47 लाख रुपये का बाकी है बिल
संस्था का काम पलामू जिले के आवंटित सरकारी अस्पतालों में परिवार नियोजन ऑपरेशन कराना है। इनके द्वारा अब तक किये गये कार्यों का 1.47 लाख रुपये का बिल बाकी है। इनके द्वारा कराये गये परिवार नियोजन ऑपरेशन का 10 प्रतिशत केस की जांच DQAC द्वारा किये जाने और सही पाये जाने के बाद नियामनुसार भुगतान किया जाना है। गोल्डन कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम प्रबंधक दीपक कुमार गुप्ता से जब वह मिले तो दीपक कुमार गुप्ता ने बताया कि सिविल सर्जन ने 1 लाख रुपये रिश्वत की मांग की है, तभी MOU को रद्द नहीं किया जायेगा।
एक लाख मांगे थे घूस
गोल्डन कुमार 16 सितंबर को सिविल सर्जन से मिला तो उन्होंने कहा कि 1 लाख रुपये दे दो तब तुम्हारा बिल जमा लेकर आपके द्वारा किये गये कार्य की जांच के बाद बिल का भुगतान कर दिया जाएगा। एक MOU संबंधी नया आदेश निर्गत कर दिया जाएगा, उस आदेश को दो वर्ष तक बदला भी नहीं जायेगा। गोल्डन घूस नहीं देना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने एसीबी से शिकायत कर दी। एसीबी की जांच में घूस मांगने की बात सच पायी गयी। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।