सारण जिले में उत्पाद विभाग के सिपाही भर्ती परीक्षा में गिरफ्तार मुन्ना भाई को पास कराने में कोचिंग संचालकों का हाथ है। जिसका खुलासा जिले के अलग-अलग सेंटरों से 30 मुन्ना भाई के साथ गिरफ्तार किए गए दो सेटरों ने किया है। हलचल न्यूज के सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने परीक्षा के पूर्व ही दो सेटरों को एक कमरे से गिरफ्तार किया था, जिनके पास से तीन ब्लूटूथ, तीन वॉकी टॉकी डिवाइस एवं अन्य उपकरण बरामद किया गया जिसके बाद यह खुलासा हुआ कि अभ्यर्थियों के कान में मटर के दाने जैसा छोटा ब्लूटूथ डिवाइस सेट किया गया था।
जिसकी बदौलत उन्हें परीक्षा में सभी सवालों के जवाब बताने थे। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद पुलिस हरकत में आई और शक के आधार पर परीक्षार्थियों के कान की जांच की गई, इस जांच में 30 परीक्षार्थियों के कान में ब्लूटूथ डिवाइस एवं उनके पास से मोबाइल सेट बरामद किया गया।
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सेटिंग में संलिप्त कोचिंग संचालकों की होगी गिरफ्तारी
जिले के अलग-अलग सेंटरों से गिरफ्तार किए गए तीन मुन्नाभाई एवं दो सेटरो के आधार पर जांच में यह बात सामने आई है कि शहर के कुछ कोचिंग संचालकों के द्वारा ही सिपाही भर्ती परीक्षा में सेटिंग कर अभ्यर्थियों को पास कराने की जिम्मेवारी ली गई थी। ताकि एक तरफ उनके कोचिंग का नाम हो तो दूसरी तरफ मोटी रकम की उगाही भी हो जाए। इस मामले के खुलासे होने के बाद सेटरो के आधार पर पुलिस कोचिंग संचालकों को पहचान कर उनकी गिरफ्तारी करने के लिए छापेमारी कर रही है।
गिरफ्तार किए गए दो सेटर
परीक्षा से पूर्व पुलिस ने जिन 2 सेटरों को गिरफ्तार किया, उनमें छपरा शहर के मुफस्सिल थाना अंतर्गत निवासी मनीष कुमार सिंह एवं हिरानी बाग गौशाला निवासी अजय कुमार यादव शामिल है। वही उनकी निशानदेही पर गिरफ्तार तीन मुन्ना भाई बनियापुर थाना क्षेत्र के चतुर्भुज गांव निवासी पंकज कुमार यादव, दिघवारा थाना क्षेत्र के शीतलपुर गांव निवासी मनीष कुमार शर्मा एवं डेरनी थाना क्षेत्र के खानपुर निवासी गौतम कुमार शामिल है।