[Team Insider]: पटना (Patna) में 15 से 18 साल के आयु के बच्चों को वैक्सीनेशन (Vaccination) टीका लगना शुरू हो गया है, लेकिन आज 14 जनवरी 2022 को पटना के छात्र तुषार राज तनिष्क (Tusshar Raj Tanishq) ने वैक्सीनेशन टीका लेने के लिए ऑनलाइन बुकिंग की तो, कुछ घंटों के बाद बिना वैक्सीनेशन टीका लिए हुए ही कोवैक्सीन का सर्टिफिकेट (Certificate) मोबाइल पर मिल गया।
बच्चों को टीकाकरण की शुरुआत 3 जनवरी 2022 से की गई थी
पटना में 15 से 18 साल के बच्चों के लिए 3 जनवरी से कोविड वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरूआत की थी। जिसके बाद काफी संख्या में 15 से 18 साल के बच्चों ने वैक्सीनेशन टीका लेना शुरू कर दिया था। वहीं बिहार के मधेपुरा जिले के पुरैनी गांव के रहने वाले ब्रह्मदेव 84 साल के बुजुर्ग ने 12 बार कोरोना वैक्सीन का टीका लेकर स्वास्थ्य विभाग को अचंभित कर दिया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर बुजुर्ग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी।
बिना टिका लिए सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया
पटना के रहने वाले तुषार राज तनिष्क आज 14 जनवरी 2022 को कोरोना वैक्सीन टीका लेने के लिए ऑनलाइन मोबाइल से बुकिंग की. समय सुबह 8:04 मिनट, जिसके बाद मोबाइल पर मैसेज आया। जिसमें लिखा था पटना के मिडिल स्कूल सबलपुर में 1:00 बजे दोपहर से लेकर 3:00 बजे तक टीका लेने आ सकते हैं, लेकिन तुषार राज तनिष्क अपने घर पर ही था कि कुछ घंटों के बाद 11:00 बज कर 9 मिनट पर मोबाइल पर मैसेज आता है कि को वैक्सीन का टीका ले लिया है। फिर तुरंत सर्टिफिकेट भी को-वैक्सीन का मिल जाता है।
इसके बाद छात्र काफी अचंभित होता है और अपने माता पिता को पूरी जानकारी देता है। जिसके बाद तुषार राज अपने पिता को लेकर मिडिल स्कूल सबलपुर (Middle School Sabalpur) पटना सिटी जाते हैं। मिडिल स्कूल में सबलपुर के प्रभारी प्रधानाचार्य विभूति कुमार ने बताया कि आज 14 जनवरी को को वैक्सीन टीका नहीं दिया जा रहा है। जब प्रभारी प्रधानाचार्य को मालूम चला कि ऑनलाइन सर्टिफिकेट मिडिल स्कूल सबलपुर से जारी किया गया है तो प्रधानाचार्य भी अचंभित हो गए। प्रधानाचार्य ने इसकी जांच करवाने की मांग की है।
सर्टिफिकेट वैक्सीन कैसे जारी हो गया
इसके बाद तुषार राज अपने पिता के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पटना सदर सवलपुर गए। अस्पताल के अंदर कोरोना वैक्सीन टीका देने के लिए विणा कुमारी अन्य सहयोगी के साथ बैठी हुई मिली। अस्पताल में बैठी नर्स को तुषार राज तनिष्क पूरी बात से स्वास्थ्य कर्मियों को अवगत कराया। स्वास्थ्य कर्मी आपस में ही इधर-उधर फोन घुमा कर सच्चाई जानने की कोशिश करते रहे और नहीं समझ में आने पर छात्र तुषार राज को ही गलत ठहराने लगे।
आज 1:00 बजे दोपहर अस्पताल तुषार राज अपने पिता को लेकर पहुंचे थे। पूरी बात स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को बताने के बाद को वैक्सीन का टीका छात्र को दिया गया। सबसे खास बात है कि बिना छात्र कोरोना का को-वैक्सीन टीका लगाए हुए ही स्वास्थ्य विभाग छात्र का सर्टिफिकेट वैक्सीन कैसे जारी हो गया यह प्रश्न अभी भी सामने खड़ा है।