क्षत्रिय राजपूत डॉक्टर्स ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा 26 जून को होटल गार्गी ग्रैंड पटना में महाराणा प्रताप कोरोना योद्धा सम्मान समारोह एवं क्षत्रिय राजपूत डॉक्टर्स ऑर्गेनाइजेशन का इंस्टालेशन आफ बिहार स्टेट तथा महाराणा प्रताप जयंती का आयोजन किया गया है। पद्मश्री डॉ. आरएन सिंह ने महाराणा प्रताप के अमूल्य योगदान का वर्णन किया उन्होंने कहा कि सभी को महाराणा प्रताप के पद चिन्हों पर चलने की बात कही। डॉ. विजय शंकर सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ऐसे योद्धा थे, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया। प्रताप ने युद्ध के दौरान सूखी घास की रोटी तक खाईए पर मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की।
कोरोना काल में डॉक्टर भी योद्धा से कम नहीं थे
डॉ. सुनील कुमार सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ने कभी दुश्मनों के सामने घुटने नहीं टेके। महाराणा प्रताप योद्धा थे उसी तरह से कोरोना काल में डॉक्टर भी योद्धा से कम नहीं थे। ये से भी धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर ने कोरोना काल अपना फर्ज निभाया। धरती के भगवान को कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
कोरोना योद्धा सम्मान से 20 डॉक्टरों को सम्मानित किया जायेगा
डॉ. वीणा सिंह ने कहा कि जब कोरोना अपने चरम पर था तब डॉक्टरों योद्धा कि तरह ड्यूटी कर रहे थे। डॉक्टर अस्पताल में लोगों की सेवा करते हुए वे भी कोरोना से संक्रमित हो गए थे फिर भी योद्धा कि तरह लड़ते रहें। इनके स्म्मान में महाराणा प्रताप कोरोना योद्धा सम्मान से 20 डॉक्टरों को सम्मानीत किया जायेगा। जिसमें बिहार के अलाव देश से भी डॉक्टर भाग लेंगे। डॉ. अवनीश सिंह ने बताया कि 26 जून को डॉ. आर.टी. जडेजा, प्रेसिडेंट क्षत्रिय राजपूत डॉक्टर्स ऑर्गेनाइजेशन भी उपस्थित रहेगें। उनकी वीरता की गाथा को युवा पीढ़ी एवं लोगों तक पहुंचाना अच्छी बात है।