बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा (Labor Resources Minister Jivesh Mishra) आज तेजस्वी यादव पर जम कर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रतिपक्ष के नेता को भूलने की आदत है। उन्हें यह याद होना चाहिए कि साल 2004 से 2005 तक केन्द्र और बिहार में यूपीए की सरकार थी। अगर वह चाह लेते तो विशेष राज्य का दर्जा मिल गया होता। उस वक्त लालू यादव (Lalu Yadav) केन्द्र में ड्राईविंग सीट पर बैठे थें।
अपनी डफली पिटने का काम कर रहे
भाजपा मंत्री ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल रहा इसका मतलब यह है कि कुछ न कुछ तकनीकि कारण है। तेजस्वी यादव पर निशाना साधा और कहा कि जब अपने कार्यकाल में विशेष दर्जा न दिला पायें और जब एनडीए का कार्यकाल आया तो अपनी डफली पिटने का काम कर रहे हैं। इस प्रकार के दिग्भ्रमित पॉलटिशियन से सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने तेजस्वी यादव पर प्रहार करते हुए कहा कि इनकी यादाश्त कमजोर है इसलिए मैं दिव्यांग पॉलटिशियन उस दिन कहा था। अगर यह चाह लिए होते तो साल 2004 और 2005 में केन्द्र से बिहार को विशेष दर्जा दिला सकते थें।
समुद्र पार योजना
बिहार सरकार विदेश में उन श्रमिकों के लिए क्या कर रही है जो विदेशों में श्रमिक हैं इसके जवाब में मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि हमलोगों ने कल हीं इस पर चर्चा की है। हमलोग की प्लानिंग ‘समुद्र पार’ योजना नाम से एक योजना लाने की है। हालांकि यह योजना पहले से है पर इसे अब अच्छे ढंग से व्यवस्थित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत जो विदेशों में श्रमिक काम कर रहे हैं या काम करने जाने वाले हैं उनके लिए भारत सरकार के सहयोग से ‘समुद्र पार’ योजना चलाया जाएगा। जिसमें श्रमिकों को ट्रेनिग के साथ साथ अन्य कौशल की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। इस योजना के तहत विदेशों में रोजगार के लिए व्यवस्था की जाएगी। एक नोडल एजेंसी बहाल की जाएगी जिसके माध्यम से विदेशों में प्लेसमेंट होगी।