बिहार म्यूजियम के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने म्यूजियम बिनाले 2023 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बिहार म्यूजियम में आर्ट गैलरी एवं टूगेदर वी आर्ट प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया। सीएम ने सबसे पहले बिहार म्यूजियम के बूकलेट का विमोचन किया। इसके बाद कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर नीतीश कुमार ने बिहार म्यूजियम बनाने के पीछे की वजह और सोच को लोगों बताया। उन्होंने बताया कि इसकी सुरूआत जुलाई 2013 में ही हो गई और इसका एक हिस्सा 7 अगस्त 2015 में बनकर तैयार हो गया। इसके बाद बाकि के काम को 2 अक्टूबर महात्मा गांधी के जन्मदिवस पर 2017 में तैयार कर उद्घाटन कर दिया गया। इसलिए सब दिन के लिए 7 अगस्त को कार्यक्रम करने का निर्णय लिया गया। वहीं 2 अक्टूबर को सभी को यहां मुफ्त में आने की व्यवस्था की गई, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग एक-एक चीज देख सकें।
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव
पटना म्यूजियम और बिहार म्यूजियम को जोड़ा जाएगा
नीतीश ने कहा कि यह बहुत बड़ी बात है कि दूनिया भर के कला प्रेमी बिहार म्यूजियम आएं हैं। इसके अलावा जी 20 देश के अन्य देशों के लोग भी यहां आएं हैं। नीतीश कुमार ने म्यूजियम के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह को कहा कि वह तो मेरा बात मानते ही नही हैं। कुछ खा नहीं रहे, लेकिन मुह चलाते रहते हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि जब हम छात्र थे तब भी पटना म्यूजियम आए थे कई बार। सरकार में आने के बाद लगा कि यहां देखने का ठीक से इंतजाम नहीं है। इसलिए इसका विस्तार तो होना चाहिए। इसके बाद बिहार म्यूजियम बनाने की शुरूआत हुई। उस समय लोगों ने विरोध भी किया, लेकिन जब बन गया तो किसी ने एक शब्द नहीं बोला। नीतीश कुमार ने कहा कि पटना म्यूजियम और बिहार म्यूजियम को जोड़ा जाएगा। पटना म्यूजियम और बिहार म्यूजियम को अंडरग्राउंड जोड़ने का काम चल रहा है। इसको जल्दी पूरा करने के लिए कहा गया है।
कल संस्कृति मंत्री जितेंद्र राय
बिहार म्यूजियम में बिहार की संभ्यता संस्कृति को जान सकेंगे
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच की देन है बिहार म्यूजियम है। उनकी सोच थी कि देश-विदेश से जो लोग आए वो बिहार की संभ्यता संस्कृति को जान सके। यह अनोखा है। म्यूजयम में सारी इंटरनेशन सुविधाएं दी गई, जिसमें ट्रेडिशनल कल्चर एवं इतिहास को जानने का मौका मिलता है। बिहार म्यूजियम में एतिहासिक चिजों को सहेज कर रखा गया है। जहां आकर बिहार के ऐतिहासिक पहलुओं को जानने अवसर मिलता है। बड़ी खुशी की बात है कि पटना में देश-विदेश के लोग आएं हैं। इससे एक-दूसरे के देश और वहां के रहन-सहन और कल्चर को जानने का मौका मिलेगा। तेजस्वी ने कहा कि नई सरकर का ध्यान सभी लोगों पर है। ऑल राउंड डेवलेपमेंट होना चाहिए, चाहे कोई भी तबका हो। तेजस्वी ने इशारों में बीजेपी पर भी हमला बोला। कहा यहां म्यूजियम बन रहा है इतिहास को बचाने के लिए। लेकिन कुछ लोग इतिहास को ही खत्म करना चाहते हैं। लेकिन हम सब लोग संकल्पित है कि हम अपने इतिहास और संस्कृति को बचाने का काम करेंगे। बिहार लोकतंत्र की जननी है और इस इंडिया की असल पहचान डायवर्सिटी है। इस भाइचारे को बचाना है। हम सब हिन्दु, मुसलमान, सिख, इसाई मिलकर इस इतिहास को बचाने का काम करेंगे।
कला-संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही सरकार
अपने अध्यक्षीय भाषण में कल संस्कृति मंत्री जितेंद्र राय ने कहा कि बिहार म्यूजियम बिनाले 2023 बिहार संग्राहालय के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य कला के माध्यम से विश्व बंधुत्व को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि सरकार बिहार में कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है। बिहार के वैभवशाली विरासतों को संरक्षित करने के लिए सरकार सक्रिय है। बिहार संग्राहालय के स्थापना के समय से ही कार्यशाला, संगोष्ठी, प्रदर्शनी, यात्राओं के माध्यम से अपनी विशिष्ठता बनाए हुए है। वहीं बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी सिंह ने बताया कि इस बार बिहार म्यूजियम बिनाले का कार्यक्रम बड़े लेवल पर किया जा रहा है। जो 4 महीनों तक चलेगा। जिसमें 28 देशों के कलाकार शिरकत कर रहे हैं। कार्यक्रम में बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, राजस्व मंत्री आलोक मेहता, उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, विधि मंत्री शमीम अहम, मंत्री रत्नेश सदा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।