छपरा में एक ऐसा भी स्टेशन है, जहां ट्रेन तो गुजरती है पर रुकती नहीं है। यहां से प्रतिदिन पांच जोड़ी पैसेंजर ट्रेन व 70 एक्सप्रेस ट्रेन ग्रामीण जंक्शन होकर गुजरती हैं। स्टेशन अधीक्षक ,स्टेशन मास्टर आदि कर्मचारी भी कार्यरत हैं। इसके बावजूद भी वहां ट्रेन नहीं रुकती। थोड़ा सुनने में अटपटा जरूर लगेगा, लेकिन हकीकत है। छपरा जंक्शन से करीब आठ किलोमीटर दूर ग्रामीण जंक्शन का निर्माण कराने का यहां के स्थानीय लोग व पूर्व के जनप्रतिनिधि का मकसद था बता दें कि इस जंक्शन से इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज व जयप्रकाश विश्वविद्यालय की चहारदीवारी सटी हुई हैं। जंक्शन के निर्माण होने से लगा कि छात्र-छात्राओं, प्रोफ़ेसर व अन्य कर्मियों व गांव वासियों को इससे सहूलियत होगी, लेकिन ऐसा दिख नहीं रहा है।
आपको बता दें कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने तत्कालीन मंत्री उदित राय के पहल पर इस स्टेशन का निर्माण कराया था। स्टेशन के निर्माण होने से तेलपा भिखारी ठाकुर चौक, रोजा बिशुनपुरा माला आदि गांव को व गोपालगंज, सिवान, सोनपुर और छपरा जिले के एकमा, मशरक, मढौरा से विश्वविद्यालय आने वाले छात्र-छात्राओं को फायदा होगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं जबकि कई ट्रेनें इस रूट से गुजर रही है।
शोध विद्यार्थी संगठन आशीष कुमार का छात्र पंकज बताते हैं कि हमारे यहां के जनप्रतिनिधि को इस समस्या से जल्द निजात दिलाना चाहिए। छपरा ग्रामीण जंक्शन पर कुछ एक्सप्रेस ट्रेन व सभी पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव होना चाहिए। मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज व जयप्रकाश विश्वविद्यालय में जहां छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं वहीं जयप्रकाश विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को पहुंचने में शहर से आने जाने में सौ से दो सौ खर्च करने पड़ रहे हैं। छपरा ग्रामीण जंक्शन पर ट्रेन का ठहराव व टिकट की व्यवस्था जरूरी है।