JAMSHEDPUR: गर्मी आते ही सबसे बड़ी समस्या पानी की होती है। ताज़ा मामला जमशेदपुर का है । पूरा कोल्हान भीषण गर्मी से त्रस्त है। पारा 44 डिग्री के पार पहुंच चुका है। सभी पारंपरिक जलस्रोत सूख चुके हैं। स्वर्णरेखा और खरकई नदियों का पानी जहरीला हो चुका है। लौहनगरी जमशेदपुर हो या कला नगरी सरायकेला हर तरफ पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। शहरी निकायों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। जनता बूंद- बूंद पानी को तरस रही है।
लोगों ने किया प्रदर्शन
शुक्रवार को जमशेदपुर के सिदगोड़ा थाना अंतर्गत बाबूडीह और लाल भट्ठा के लोगों के सब्र का बांध टूट गया और सैकड़ों की संख्या में महिलाएं एवं पुरुष हाथों में बाल्टी, तसली, डेगची, गैलन आदि लेकर सड़कों पर उतर गये और सरकार एवं जिला प्रशासन से पानी की मांग की। बस्ती वासियों ने बताया कि दोनों बस्तियों के सैकड़ों परिवार भीषण जल संकट से जूझ रहे हैं। जुस्को द्वारा एक समय पानी दिया जाता है, वो भी कुछ समय के लिए। पानी के लिए दोपहर से ही घंटों लाइन में लगना पड़ता है। एक वक्त पानी सैकड़ों परिवार के लिए काफी नहीं है। लोगों ने दो वक्त पानी मुहैया कराने की मांग की है। इस दौरान लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया।