पटना: ‘खोदा पहाड़ निकली चुहिया’ जी हां! कुछ ऐसा ही हुआ नीतीश कुमार के साथ, जो न जाने कौन-कौन से सपने संजोकर I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली गए थे। लेकिन उन्हें संयोजक भी नहीं बनाया गया। इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद चुटकी लेते हुए जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि आप बिहार में बैठकर नीतीश कुमार को जितना बड़ा नेता बताते हैं, उतने वो नहीं हैं। हम भी प्रदेश की राजनीति को थोड़ा-बहुत समझते हैं। 42 विधायकों वाली पार्टी को चला रहे नीतीश कुमार को 75 साल की उम्र में पूछ कौन रहा है? आप लोगों ने तो बिहार में हल्ला किया नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन में प्रधानमंत्री के फेस होंगे, संयोजक तक तो बनाया नहीं।
इन्होंने जो नाम रखा उसे बदलकर ‘इंडिया’ कर दिया गया। ये बात करने गए कुछ, तो इनको कोई तरजीह भी नहीं मिली। खुद से मुंह मियां मिट्ठू बनने वाली बात है। नीतीश कुमार की क्या हैसियत है कि वो कुछ बन जाएंगे। भाई! देश में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस है, कांग्रेस अपना छोड़कर इनको क्यों बना देगी? दूसरे नंबर पर तृणमूल है, तृणमूल अपना छोड़कर इनको क्यों मान लेगी? तीसरे नंबर पर डीएमके है, वो अपनी दावेदारी छोड़ इनको क्यों मान लेगी?
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“नीतीश कुमार के जीवन का क्लाइमैक्स सीन चल रहा है”
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के राजनीतिक जीवन पर तंज कसते हुए कहा कि आप I.N.D.I.A गठबंधन में ऐसी कौन सी नई चीज ला रहे हैं, जो दूसरे नहीं ला सकते हैं। नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के जिस पद पर बैठे हैं वो भी नहीं बचने वाला है। लोकसभा-2024 का चुनाव होने दीजिए, नीतीश कुमार की राजनीतिक कहानी का अब अंत आ गया है। जैसे किसी पिक्चर के अंत के 5 मिनट मार-धाड़ होती है, वही नीतीश कुमार के राजनीतिक जीवन का क्लाइमेक्स चल रहा है।