[Team Insider]: बगहा पुलिस जिला अन्तर्गत धनहा थाना क्षेत्र के दौनाहा गांव निवासी मुन्ना कुशवाहा हत्याकांड का पुलिस ने उद्बोधन किया है। इसकी जानकारी एसडीपीओ कैलाश प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी है। एसडीपीओ प्रसाद ने बताया कि दौनाहा गांव निवासी ध्रुव प्रसाद कुशवाहा के 32 वर्षीय पुत्र रंजीत कुशवाहा उर्फ मुन्ना कुशवाहा की 23 दिसंबर के 9:00 बजे सुबह भपसा पुल के समीप अपराधियों के द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रंजीत कुशवाहा अपने दोनों पुत्रियों को पढ़ने हेतु दौनाहा गांव से भपसा पुल के समीप बने प्राइवेट विद्यालय में लेकर जा रहे थे कि रास्ते में घात लगाए अपराधियों ने गोली मारकर मुन्ना कुशवाहा की हत्या कर दी थी।
एसडीपीओ के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम का हुआ था गठन
जिसके बाद मृतक मुन्ना कुशवाहा के पिता ध्रुव प्रसाद कुशवाहा ने धनहा थाना को आवेदन देकर एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमें 7 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। जिसकी कांड संख्या 224 / 21 है। उन्होंने बताया कि कांड के उद्भेदन के लिए एसडीपीओ के नेतृत्व में 10 सदस्य टीम का गठन किया गया था। जिसके द्वारा अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि मुन्ना की हत्या पेशेवर अपराधियों के द्वारा की गई है। जिसको केंद्र बिंदु में लेकर पुलिस ने अपनी जांच शुरू की जिसके तहत अनुसंधान के दौरान आए साक्ष्य के आलोक में कांड के प्राथमिकी अभियुक्त जयचंद कुशवाहा उम्र 15 वर्ष पिता बच्चा कुशवाहा साकिन दौनाहा छोटे भारती उम्र 22 वर्ष पिता मलिक राम नवका टोला दौनाहा दोनों थाना जिला पश्चिम चंपारण के निवासी हैं।
सुपारी किलर ने लिए थे 2 लाख रुपये
वहीं तीसरा विवेक सिंह उर्फ पप्पू सिंह उम्र 28 वर्ष पिता स्वर्गीय विजय सिंह रामपुर थाना खुखुंदू जिला देवरिया को दिनांक 26 मई 2021 को गिरफ्तार किया गया है। जिनके पास से तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। वहीं देवरिया से गिरफ्तार अपराधी पप्पू सिंह जो पेशेवर अपराधी है। जिसने दो लाख का सुपारी लेकर मुन्ना कुशवाहा हत्याकांड को अंजाम दिया। इंस्टिगेशन में पाया गया कि विवेक सिंह उर्फ पप्पू सिंह पर सलेमपुर, खुखुंदू, बरहज, भलुअनी, रुद्रपुर, रामपुर कारखाना आदि थानों में आर्म्स एक्ट सहित 15 मामले दर्ज हैं। एसडीपीओ ने बताया कि मृतक रंजीत कुशवाहा उर्फ मुन्ना कुशवाहा अपने चचेरे भाई आकाश कुशवाहा से इस बात का विवाद था कि गांव के पितांबर ठाकुर के लड़की को भगाकर आरोपी आकाश कुशवाहा ले गया था। जिससे रंजीत कुशवाहा उर्फ मुन्ना कुशवाहा पितांबर ठाकुर का काफी मदद किया था तथा वह आकाश कुशवाहा को पकड़ने में मदद किया था। पितांबर ठाकुर के केस में गवाह मृतक व उनके पिता थे।
गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया
करीब 1 वर्ष जेल में रहने के उपरांत मृतक मुन्ना कुशवाहा पितांबर ठाकुर के साथ मिलकर कोर्ट में प्रोटेस्ट लगा कर आकाश के दोनों भाई राशन एवं भंडारी को भी जेल भिजवा दिया था। जेल से छूटने के बाद आकाश अपना बदला लेने के लिए रंजीत कुशवाहा उर्फ मुन्ना कुशवाहा को उत्तर प्रदेश के तीन शूटरों को बुलाकर ₹200000 में सुपारी देकर हत्या कांड को अंजाम दिलवाया। बता दें कि तीनों गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है। वहीं अन्य नामजद अभियुक्तों के साथ ही मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है ।ताकि जल्द से जलद अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके खेलाफ कार्रवाई की जा सके।