बिहार में एक पुलिस ने अपनी सुरक्षा के लिए फायरिंग की। मोतिहारी के डुमरिया घाट में मॉब लिंचिंग से बचने के लिए दरोगा धर्मेंद्र कुमार ने फायरिंग कर दी। पूर्वी चंपारण के एसपी स्वर्ण प्रभात ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ‘पुलिस को हथियार सिर्फ दिखाने के लिए नहीं मिले हैं। हथियार से पुलिस जनता के साथ खुद की भी सुरक्षा करती है।’ डुमरिया थाने के दरोगा धर्मेंद्र कुमार की तारीफ करते हुए उन्होंने बताया कि उनकी बहादुरी के लिए उन्हें सम्मानित किया जाएगा। दरोगा ने बहादुरी से असामाजिक तत्वों का सामना किया और खदेड़ा है। पुलिस टीम पर हमला करने वालों की तलाश की जा रही है।
दरअसल, मोतिहारी में शनिवार को भीड़ ने दरोगा धर्मेन्द्र कुमार को घेर लिया। जिसके बाद बचाव में डुमरिया घाट थाना के दरोगा ने फायरिंग कर दी। हवाई फायरिंग के बाद लोग थोड़ी दूर हुए। जिसके बाद दरोगा ने वहां मौजूद लोगों पर पिस्टल तान दी और गोली मारने की धमकी दी। तब जाकर लोग शांत हुए। इस पूरी घटना का वीडियो सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि भीड़ पुलिस की गाड़ी की ओर दौड़ती है। लेकिन, समय रहते पुलिस वाले गाड़ी लेकर वहां से निकल जाते हैं। इसके बाद भीड़ पीछे मुड़ती है, और वहां खड़े दरोगा को घेर लेती है। दरोगा पर हमला करती इससे पहले दरोगा ने हवाई फायरिंग कर दी।
मामले की जानकारी देते हुए एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा- ‘डुमरिया घाट थाना में गश्ती गाड़ी पर असामाजिक लोगों ने हमला किया है। पुलिस ने अपनी सुरक्षा के लिए पहले लाठीचार्ज किया, फिर हवाई फायरिंग की है। वीडियो सामने आया है। उसमें से आरोपियों की पहचान की जा रही है। एफआईआर दर्ज कर SIT बनाई गई है। मौके पर SDPO और सर्किल इंस्पेक्टर मौजूद हैं। फिलहाल स्थिति सामान्य है।’
दरअसल, लोग पिकअप वैन के ड्राइवर को छुड़ाने से नाराज थे। पिकअप वैन की टक्कर से तीन लोग घायल हो गए थे। जिसके बाद लोगों ने ड्राइवर को बंधक बना लिया था। पुलिस ने जैसे ही ड्राइवर को लोगों से बचाया, भीड़ आक्रोशित हो गई। मामला डुमरिया घाट थाना क्षेत्र के रामपुरवा का है।