गया में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे भीम आर्मी के सदस्यों पर बुधवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पुलिस के लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। इस दौरान पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया। प्रदर्शन के दौरान कई बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गईं।
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प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने दौरा-दौरा कर पीटा
बता दें कि सैकड़ों की संख्या में भीम आर्मी के कार्यकर्ता गांधी मैदान से एसएसपी कार्यालय की ओर रवाना हुए, जहां पहुंचकर उन्होंने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी एसएसपी कार्यालय के गेट को तोड़ने की कोशिश करने लगे, स्थिति अनकंट्रोल होता देख पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले छोड़े लेकिन जब स्थिति कंट्रोल नहीं हुई तब पुलिस लाठियां बरसाने लगी। प्रदर्शनकारियों को दौरा-दौरा कर पिटा, जिसके बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गयी। इस मामले में पुलिस ने भीम आर्मी के एक दर्जन कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।
“थानेदार खुद जज बनकर फैसला करते हैं”
इस संबंध में भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष नीतीश रंजन ने कहा कि जिले में आपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। बहुजन समाज के लोगों के साथ-साथ आम नागरिक और मीडिया को भी निशाना बनाया जा रहा है। इनके साथ कोई घटना-दुर्घटना होती है तो संबंधित थाना केस तो दर्ज कर लेती है, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष नीतीश रंजन ने यह भी कहा कि जिस थाने में बहुजन समाज के लोग एससी-एसटी में या आम नागरिक केस करते हैं। वहां के थानेदार खुद जज बनकर फैसला करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि विगत एक माह में जितने केस हुए हैं, अगर 60 दिन के अंदर जिले भर में हुए उन केस पर निर्णय नहीं लेंगे तो SSP कार्यालय में तालाबंदी किया जाएगा। यह तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।