बिहार में विधानसभा चुनाव होने में 2 साल का समय बाकि है। पिछले साल से बिहार की सत्ता भाजपा रुठ गई है। तभी से जब नीतीश कुमार ने राजद से हाथ मिलाकर महागठबंधन की सरकार बना ली थी। उसके बाद से ही भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को बाहर कर सत्तासीन होने का दंभ भर रही है। बिहार में सत्ता का ताज भाजपा के सिर सजेगा या नहीं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन सत्ता के ताज से पहले भाजपा में सीएम पद की ताजपोशी के लिए मारामारी सा हाल बना हुआ है। कई अलग-अलग दावे भाजपा के ही नेताओं की तरफ से किए जा रहे हैं।
मणिपुर हिंसा: एक्शन मोड में केंद्र सरकार, जांच के गठित होगा आयोग, दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
सम्राट बनेंगे बिहार के ‘चौधरी’?
बिहार में भाजपा के नेतृत्व की कमान सम्राट चौधरी को सौंपी गई है। सम्राट चौधरी ने भी कसम खाते हुए भगवा पगड़ी अपने सर पर बांध लिया है कि जबतक बिहार की सत्ता का ताज भाजपा के सर नहीं सजा देंगे तब तक पगड़ी नहीं खोलेंगे। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से भाजपा में सम्राट चौधरी का कद काफी बढ़ा है। यही कारण है कि उसके बाद से भाजपा के कई कार्यक्रमों में सम्राट चौधरी के सामने के ही “बिहार का मुख्यमंत्री कैसा हो, सम्राट चौधरी जैसा हो” के नारे लग रहे हैं। एक कार्यक्रम में तो केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी ये नारा लगवाया। खुद सम्राट चौधरी भी नारे पर मुस्करा कर एक मौन सहमति भरते भी दिख रहे हैं।
राजीव प्रताप रूडी ‘स्वघोषित CM’
सारण से भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी इन दिनों भाजपा से कुछ खींचे-खींचे से हैं। इन दिनों वो हर जिला में जाकर सभाएं कर रहे हैं। खास बात ये है कि सभा पार्टी के बैनर तले नहीं हो रही है। देखा जाए तो राजीव प्रताप रूडी, पार्टी के सामान्तर अपना अलग कार्यक्रम कर रहे हैं। उनके सभाओं में कई बार उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने के नारे लग चुके हैं। अब तो राजीव प्रताप रूडी भी इस नारे को गंभीरता लेते हुए दिख रहे हैं। पिछले दिनों उनका एक बयान काफी चर्चा में रहा था। जिसमें उन्होंने इशारों-इशारों में खुद को स्वघोषित सीएम ही बता दिया। उनका कहना है कि 2025 में नीतीश-तेजस्वी से जो राजनैतिक लड़ाई होगी उसका नेतृत्व वे ही करेंगे। भाजपा सांसद ने कहा कि बिहार में किसी दूसरे में हिम्मत नहीं है कि वह नेतृत्व कर सके।
विजय सिन्हा का अलग दावा
सत्ता गंवाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष से नेता प्रतिपक्ष के रोल में आए विजय सिन्हा ने एक अलग दावा किया है। उनका दावा भी मुख्यमंत्री पद को लेकर ही है। विजय सिन्हा का कहना है कि आरएसएस के संस्कार वाला व्यक्ति ही बिहार का अगला मुख्यमंत्री होगा। उनके इस बयान ने अलग तरफ की बहस को जन्म दे दिया है। बता दें कि विजय सिन्हा खुद भी आरएसएस से जुड़े रहे हैं। आरएसएस के संस्कार वाले व्यक्ति की चर्चा कर उन्होंने सीएम पद के लिए कई और चेहरों को खींचतान में शामिल कर लिया है। ऐसे में कैंडिडेट में विजय सिन्हा सहित नित्यानंद राय, गिरिराज सिंह, अश्विनी चौबे, रविशंकर प्रसाद, सुशील मोदी, संजीव चौरसिया का नाम शामिल है।