बिहार के सीतामढ़ी में एक शख्स को ठेले पर खुलेआम दारू बेचते हुए देखा गया। शख्स इतनी निडरता के साथ ठेले पर शराब बेच रहा था जैसे फल और सब्जी बेच रहा हो। मामला सीतामढ़ी में इंडो- नेपाल बॉर्डर स्थित बरगनिया के पटेल चौक का है जहाँ वह शख्स नेपाल निर्मित सौंफी शराब 100 रु०/ बोतल के भाव से बेच रहा था। और तो और पब्लिक खुलेआम इसे खरीदते हुए दिखी , मोलभाव करते हुए दिखी। इसी बीच कई लोगों ने इसका विडियो बनाया और उसे वायरल भी कर दिया। वायरल होते ही ये मामला जब पुलिस के पास आया तो पुलिस ने तुरंत संज्ञान लेते हुए मौके पर पहुँच कर शख्स को हिरासत में ले लिया। पुलिस पहुचती, तब तक सिर्फ ठेला ही रह गया था, शराब की बोतलें उसपर से गायब थीं। बाद में पुलिस ने बताया कि उसके मुंह से शराब की बदबू आ रही थी। जांच कराई गई तो इसकी पुष्टि भी हो गई। थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर चन्द्रभूषण कुमार सिंह का कहना है कि पूछताछ एवं जांच के बाद पता चला कि वह व्यक्ति बैरगनिया नगर के पाठक टोला का रहने वाला है। उसका नाम अशोक कुमार गुप्ता है तथा विक्षिप्त किस्म का है। पूछताछ के बाद से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। शराबबंदी की इस तरह धज्जियां उड़ते देख लोग यही पूछ रहे हैं कि क्या बिहार में शराबबंदी खत्म हो गया है?
बताते चलें कि बिहार में 2016-17 से ही शराबबंदी लागू है। इससे हर कोई वाकिफ है कि शराब की खरीद, बिक्री और भंडारण के साथ ही इसका सेवन भी गैरकानूनी है। फिर भी यह सब चल रहा है। यह धंधा पर्दे के पीछे से भले चल रहा हो, पर बिहार में धरल्ले से इसकी तस्करी हो रही है। भाजपा की ओर से कही गयी ये बातें, कि ‘बिहार में शराब दीखता नहीं , पर बिकता जरूर है’ ,कहीं न कहीं सही ही दिखाई पड़ती है।