रांची : सूबे के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की बदहाल व्यवस्था किसी से छुपी नहीं है । दरअसल शुक्रवार को गवर्निंग बॉडी की 55 वी बैठक होनी थी। जिसको लेकर कई एजेंडों को जीबी से पास कराने के लिए लाया गया था। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, सांसद संजय सेठ, विधायक समरी लाल और रिम्स अधिकारी बैठक की तैयारी में जुटे थे। लेकिन बैठक शुरू होने से पहले ही सांसद और विधायक ने इसका विरोध कर दिया।
मरीज की बेड पर चादर नहीं देख भड़के
उन्होंने बैठक से पहले हॉस्पिटल का निरीक्षण करने को कहा। इसके बाद सभी मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ ट्रामा सेंटर का निरीक्षण करने पहुंच गए। हॉस्पिटल में मरीज की बेड पर चादर नहीं देख वे भड़क गए। वहीं इलाजरत मरीजों के परिजनों से बाहर से टेस्ट कराने की शिकायत मिलने पर तत्काल ट्रामा सेंटर के सीएमओ को सस्पेंड करने का आदेश दिया गया। साथ ही कहा गया कि जल्द ही पूरे हॉस्पिटल का निरीक्षण किया जाएगा। इसके बाद ही जीबी की बैठक कराने को लेकर तिथि घोषित की जाएगी।
डायरेक्टर कहते रहे, इस्तीफा स्वीकर करे
सांसद सह जीबी सदस्य संजय सेठ ने कहा कि रिम्स में व्यवस्था लचर हो गई है। मंत्री और डायरेक्टर के बीच में तालमेल नहीं है। जिसकी वजह से रिम्स की स्थिति नारकीय हो गई है। और खामियाजा मरीज भुगत रहे हैं। इसलिए तालमेल से ही व्यवस्था दुरुस्त हो सकती है। इससे पहले बैठक के दौरान सभी कांफ्रेंस रूम में जुटे थे। जहां डायरेक्टर डॉ कामेश्वर प्रसाद ने जीबी अध्यक्ष व सदस्यों से कई बार गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि हमारा इस्तीफा स्वीकार कर लीजिए।