RANCHI: झारखंड में कृषि के क्षेत्र में सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने में किसानों और कृषि अधिकारियों के बीच सेतु का काम करने में जनसेवक अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन ये जनसेवक आज आंदोलन करने पर विवश हैं। अपने 11 सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को हजारों की संख्या में सेवकों ने रांची में न्याय मार्च निकाला और झारखंड मंत्रालय के समक्ष धरना दिया।
बीज वितरण से लेकर केसीसी और अन्य योजनाओं को धरातल पर उतारने में इनका योगदान होता है। लेकिन इन दिनों राज्य भर के 1500 के करीब कृषि जनसेवक अपने अपने जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन कर रहे हैं। अब कृषि जनसेवकों का आरोप है कि 10 साल सेवा करने पर वेतन बढ़ने की उम्मीद थी । लेकिन यहां तो उल्टा हो गया है। कृषि निदेशक ने 2012 में बहाल जनसेवकों का ग्रेड पे ही 2400 से घटा कर 2000 कर दिया है। इन्ही सब मांगो को लेकर बुधवार को राज्यभर के तमाम जिले से रांची पहुंचे जन सेवकों ने हाथों में तिरंगा और तख्तियां लेकर न्याय मार्च निकाला। न्याय मार्च विधानसभा से होते हुए प्रोजेक्ट भवन पहुंचा । और धरने में तब्दील हो गया।