पंजाब के पटियाला में खालिस्तान विरोधी प्रदर्शन को लेकर शिवसेना और शिअद (अमृतसर) कार्यकर्ताओं के बीच भीडंत गई। स्थिति बिगड़ता देख मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों को गोलियां चलानी पड़ीं और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में खालिस्तान समर्थकों ने तलवारें लहराईं और शिवसेना कार्यकर्ताओं पर पथराव किया। यहां कानून व्यवस्था की समस्या को देखते हुए पुलिस तैनात कर दी गई है।
स्थिति की बारीकी से निगरानी
हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि मैंने डीजीपी से बात की है इलाके में शांति बहाल कर दी गई है। वहीं सीएम भगवंत मान स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसी को भी राज्य में अशांति पैदा नहीं करने देंगे। पंजाब की शांति और सद्भाव अत्यंत महत्वपूर्ण है। वहीं आप और पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता गौरव बल्लभ ने अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान के सरकार को कुशासन का मॉडल बताया।
भारत को तोड़ने की साजिश
गौरतलब है कि खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा आज हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में डीसी कार्यालयों पर झंडे लगाने का फरमान जारी किया था। वहीं शिवसेना ने विरोध मार्च निकालने का फैसला किया था। 29 अप्रैल खालिस्तान स्थापना दिवस है। कुछ खालिस्तानी भारत को तोड़ने की साजिश कर रहे हैं और पंजाब के हिंदुओं और सिखों के बीच फूट पैदा करना चाहते हैं।