CHATRA: चतरा शहर के लिपदा इलाके में साहू समाज द्वारा आयोजित भामाशाह जयंती सह प्रतिमा अनावरण समारोह में जमकर राजनीति हुई। कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास व पूर्व मंत्री योगेंद्र साहू के बीच जमकर गुटबाजी दिखी। एक ओर जहां पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने समाज के लोगों से भामाशाह के आदर्शों को लेकर समाज को विकास के पथ पर अग्रसर करने का आह्वान किया। वहीं पूर्व मंत्री सह बड़कागांव के पूर्व विधायक योगेंद्र साव ने रघुवर दास को जमकर आड़े हाथ लिया। योगेंद्र साव ने रघुवर दास पर सत्ता जाते ही साहू समाज की याद आने का आरोप लगाया।
देश के लिए खोल दिया था खजाना
रघुवर दास ने कहा कि भामाशाह का जन्म भले ही तेली समाज में हुआ है। लेकिन वह किसी जाति व समाज के नहीं है, बल्कि पूरे देश के हैं। विशिष्ट अतिथि के रूप में सिमरिया विधायक किशुन कुमार दास व बड़कागांव के पूर्व विधायक योगेंद्र साव सहित तैलिक महासभा के लोग काफी संख्या में उपस्थित थे। रघुवर दास ने कहा कि जब देश संकट की स्थिति में था और महाराणा प्रताप देश के लिए लड़ रहे थे। तब भामाशाह ने देश की रक्षा के लिए अपना खजाना खोल दिया था। भामाशाह ने अपना धन व जीवन देश की आन बान व शान के लिए लगाया।
समाज के लिए जरूरी है शिक्षा
उन्होंने समाज के लिए शिक्षा को जरूरी बताते हुए हर बच्चे को शिक्षा से जोड़ने पर बल दिया। साथ ही कहा कि समाज शिक्षित होगा तभी आगे बढ़ेगा। समाज से कुरीतियों को दूर करना होगा। जयंती समारोह के दौरान दहेज का बहिष्कार करने का भी आह्वान किया गया। उन्होंने इशारों इशारों में कांग्रेस और पूर्व मंत्री योगेंद्र नाथ बैठा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कुछ लोग समाज को आगे कर अपनी राजनीति रोटी सेकतें हैं। वैसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है। समाज की मजबूती के लिए सभी लोगों को प्रत्येक माह पांच पांच पांच रूपए समाज के उत्थान के लिए दान देने की भी अपील किया।
सत्ता मोह में समाज का किया शोषण
कार्यक्रम के दौरान बड़कागांव के पूर्व विधायक और प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने देश और प्रदेश में सत्ता पर काबिज रहे भाजपा की डबल इंजन की सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने रघुवर दास को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब केंद्र में प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश में रघुवर दास की डबल इंजन की सरकार थी तब कई बार साहू कल्याण समिति का गठन करने का आग्रह किया गया था। लेकिन रघुवर दास ने सत्ता मोह में समाज के लोगों को मदद करने के बजाय उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसा कर उनका शोषण करने का ही काम किया। इतना ही नहीं गरीबों और मजलूमों के हक और अधिकार को छीन कर उद्योगपति के हाथों में राज्य को बेचने का काम भी रघुवर दास की सरकार के कार्यकाल में हुआ। रघुवर दास ने साहू समाज के लोगों को चुन चुन कर मदद पहुंचाने के बजाय उन्हें परेशान किया है। आज जब सत्ता हाथ से चली गई तब रघुवर दास को साहू समाज की याद आ रही है। ऐसे में उन्हें साहू समाज के कार्यक्रम में शिरकत करने और लोगों से मिलने का कोई औचित्य तक नहीं समझ आता। योगेंद्र साहू ने कहा कि आने वाले समय में भी साहू समाज एकजुटता का परिचय देते हुए ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देगा।