रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव की तिथि की घोषणा के बाद राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। इस उपचुनाव में कांग्रेस, बीजेपी और आजसू गठबंधन के अलावा एआईएआईएमआई, झारखंड पार्टी सहित कई राजनीतिक पार्टियां भी मैदान में है। ऐसे में इस उपचुनाव का समीकरण भी बदलना तय माना जा रहा है। हालांकि कांग्रेस की सिटिंग सीट थी इस लिहाज से कांग्रेस का पलड़ा मजबूत माना जा रहा है तो वही 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे आजसू अपनी दावेदारी मजबूती से पेश कर रही है।
इसे भी पढ़ें: Chatra: अवैध बालू माफियाओं पर चला खनन विभाग का डंडा
राज्य में पांचवा विधानसभा उपचुनाव, जोरो पर है तैयारी
गौरतलब है कि 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद से यह राज्य में पांचवा विधानसभा उपचुनाव हो रहा है इससे पहले दुमका बेरमो मधुपुर और मांडर में उप चुनाव हो चुका है दुमका सीट मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छोड़ी थी वह बरहेट से भी निर्वाचित हुए थे बेरमो विधायक राजेंद्र सिंह के निधन के बाद हुए उपचुनाव में उनके बेटे अनूप सिंह और कुमार जय मंगल सिंह ने जीत हासिल की थी। वही मधुपुर झामुमो के वरिष्ठ नेता हाजी हुसैन अंसारी विधायक हेमंत कैबिनेट में मंत्री भी थे उनका निधन हुआ तो उनके बेटे हफीजुल अंसारी जीते मांडर में बंधु तिर्की विधायक थे आय से अधिक संपत्ति के मामले में 3 साल की सजा हुई तो विधायक की कि गई उपचुनाव में उनकी बेटी शिल्पी नेहा तिर्की जीती।
करीब साढ़े 3 लाख वोटर डालेंगे वोट
रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव के दौरान कुल 3 लाख 34 हजार 167 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसमें पुरुष वोटर्स की संख्या 1 लाख 72 हजार 923 है और 1 लाख 61 हजार 244 की संख्या में महिला मतदाता शामिल है. रामगढ़ एसपी पीयूष पांडे ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से उपचुनाव संपन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. जिला प्रशासन द्वारा जिला के विभिन्न एंट्री व एग्जिट प्वाइंट पर चेकपोस्ट बनाए जाएंगे और दंडाधिकारियों व पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। वहीं फ्लाइंग स्क्वायड, एसएसटी के माध्यम से भी चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न कराने का कार्य किया जाएगा।