[Team insider] मोरहाबादी के फुटपाथ दुकानदारों का सब्र बांध अब टुटने लगा है। रांची नगर निगम द्वारा आवंटित जगहों पर शनिवार को भी कोई बातचीत नहीं हो सकी। स्टेडियम प्रबंधन, भारतीय खेल प्राधिकरण और ओलंपिक एसोसिएशन दुकानदारों के दुकान लगाने के विरोध में अड़े रहे। निगम की तरफ से कोई सकारात्मक पहल नहीं दिखी।
दर-दर भटकने को हैं मजबूर
दुकानदारों ने कहा कि मंगलवार से जबरन दुकानें खोलेंगे। मोराबादी में दुकान बंद हुए 9 दिन हो चुके हैं। दुकानदारों की रोजी-रोटी पर आफत बना हुआ है। दिन भर धरना स्थल में सामाजिक संगठनों और मीडिया का आना जाना लगा रहा। रोज कमाने खाने वाले दुकानदार धरने पर बैठे हैं, दर-दर भटकने को मजबूर हैं।
वैकल्पिक जगह की व्यवस्था करें या हमें जेल भेज दें
रांची नगर निगम के ढुलमुल रवैये से परेशान फूटपाथ दुकानदारों ने घोषणा की है कि नगर निगम 72 घण्टों में दुकानदारों के लिए वैकल्पिक जगह की व्यवस्था करें। अन्यथा भूखों मरने से अच्छा है कि सरकार की गोली खाकर मरें अथवा सरकार हमें जेल भेज दें। मोराबादी दुकानदार संघ के अध्यक्ष कुमार रोशन ने कहा कि अगले 72 घंटे धरना प्रदर्शन जारी रहेगा एवं उसके बाद रोजी-रोटी की खातिर दुकानदार अपनी दुकानें मंगलवार से खोलेंगे। रौशन ने कहा कि अब आंदोलन और उग्र होगा।
मोरहाबादी मैदान में करीब 300 दुकानें हैं
बता दें कि मोराबादी मैदान में गैंगवार के बाद अगले आदेश तक के लिए धारा 144 लागू कर दिया गया था। वहां से सभी ठेले-खोमचे समेत दुकान हटा दिया गया था। यहां लगने वाले ठेला, खोमचा, दुकान में जमावड़ा लगने के कारण दुकानें लगाने पर रोक लगा दी गई थी। जिसके बाद से लागातार विरोध जारी है। मोरहाबादी मैदान में करीब 300 दुकानें हैं। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 1000 लोगों को रोजगार वहां से मिलता है। ऐसे में यह एक बड़ा सवाल है इतनी संख्या में लोग आखिर जाएं तो जाएं कहां।