[Team insider] रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के बाद सबसे अधिक समस्या वहां पढ़ने गए छात्रों को हो रही है। यूक्रेन में फंसे राज्य के छात्रों की वीडियो भी उनके परिजनों तक पहुंच रही है। सभी छात्र घबराए हुए हैं। हालांकि छात्रों के निकालने की कवायद केंद्र सरकार की ओर से लागातार की जा रही है। वहां से पहली खेप भी पहुंची है। वहीं यूक्रेन में फंसे अपने परिवार की स्थिति जानने के लिए भारत में परिजन परेशान हैं। इन्हीं में से एक रांची के लिए चान्हों निवासी अक्षय कुमार मिश्रा, प्रणव कुमार मिश्रा भी शामिल हैं। जिनसे चान्हों में उनके परिजन युगल किशोर मिश्रा की फोन पर बात हुई। अक्षय कुमार मिश्रा, प्रणव कुमार मिश्रा यूक्रेन के खारकीव में फंसे हैं। इस दौरान अक्षय कुमार मिश्रा ने बताया कि आखिर वो जहां रह रहे हैं वहां मौजूदा स्थिति क्या है?
अभी तक कोई एडवाइजरी नहीं हुई है जारी
वही फंसे छात्र ने बताया कि एंबेसी के तरफ से कुछ-कुछ एडवाइजरी आ रही है, लेकिन हम जिस जगह में फंसे हुए हैं, वहां के लिए अभी तक कोई किसी तरह की एडवाइजरी जारी नहीं हुई है। उन्होंने बताया जो दो एरोप्लेन से लोग पहुंचे हैं, वह लोग पोलैंड और यूक्रेन के बॉर्डर वाले एरिया में थे। उन्हीं लोगों को लाया गया है।
लागातार हो रही है बमबारी और और फायरिंग
अक्षय कुमार मिश्रा ने बताया कि हम लोग जिस जोन में फंसे हुए हैं। वह रूस के बॉर्डर के एरिया में जो काफी डेंजर जोन में आता है और हमेशा यहां पर लागातार बमबारी और और फायरिंग हो रही है। वहीं उन्होंने कहा कि आराम से जिनको ले जाया जा सकता था, फिलहाल उन्हीं लोगों को ले जाए जा रहा है। हम लोग जहां डेंजर जोन में फंसे हैं उन लोगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पहले इस रीजन में रशियन मिलिट्री नहीं आई थी लेकिन आज टैंक और मिलिट्री को उतारा गया है। वहीं उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द हम लोगों को रेस्क्यू करके यहां से ले जाया जाए।