[Team insider] राजधानी के मोरहाबादी मैदान में बंद फुटपाथ दुकानों को शुरू करने को लेकर झारखंड हाईकोर्ट के निर्देश के बाद निगम रेस है। नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम सोमवार को ठेले गुमटी लेकर एमटीएस के समीप शिफ्ट करने पहुंची। माइक से अनाउंस किया कि सप्ताह में 2 दिन मोराबादी बाजार के समय यह दुकानें बंद रहेंगी। 5 दिन यह उक्त स्थान पर दुकान चलाएंगे। नगर निगम के इंफोर्समेंट टीम को सब्जी विक्रेताओं का जबरदस्त विरोध झेलना पड़ा। वे किसी भी कीमत पर दुकान शिफ्ट करने नहीं देना चाह रही थी।
लाख प्रयास के बावजूद नहीं लगाने दी दुकाने
नगर निगम के इंफोर्समेंट टीम के लाख प्रयास के बावजूद दुकाने नहीं लगाने दी। नगर निगम के सिटी मैनेजर सहित अन्य लोगों ने केस करने की भी धमकी दी। लेकिन वह टस से मस नहीं हुई। जबरदस्ती गुमटी को शिफ्ट करने के लिए उक्त स्थान पर लाया गया तो उसे महिलाओं ने अपने से हटा दिया। नगर निगम के जिम्मेदारों ने काफी प्रयास किया समझाने का लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हुई।
निगम ने जारी किया आदेश
झारखंड हाईकोर्ट ने रांची नगर निगम को निर्देश दिया है कि एक सप्ताह के अंदर दुकानदारों को व्यवस्थित करें। इसके आलोक में ही निगम की टीम रेस है। प्रयास है कि 12 मार्च तक सभी दुकानें फिर से खुल जाएं। इसके लिए रांची नगर निगम सभी दुकानदरों को छह बाइ छह के साइज का जगह देगा। निगम ने कहा है कि इसी क्षेत्रफल में दुकानें लगाई जाएंगी। निगम ने सभी दुकानदारों से कहा है कि 12 मार्च तक हरहाल में चिह्नित जगह पर दुकानें शिफ्ट कर लें। दुकानदारों ने भी पत्र लिखकर निगम को दुकान शिफ्ट करने के लिए तैयार होने की बात कही है। नगर निगम की टीम भी सोमवार को दुकान शिफ्ट नहीं करा पाई।
दुकानदारों को हाईकोर्ट की शरण में जाना पड़ा
बता दें कि मोरहाबादी मैदान में 27 जनवरी को गैंगवार की घटना के बाद 28 जनवरी की शाम 6:00 बजे के बाद जिला प्रशासन के द्वारा मोरहाबादी में निषेधाज्ञा लगा दी गई है। तब से यहां दुकानें बंद हैं। इसको लेकर फुटपाथ दुकानदार संघ के बैनर तले दुकानदारों ने जोरदार आंदोलन किया। इसके फलस्वरूप रांची नगर निगम ने दो बार इनका धरना खत्म कराया। इन्हें जगह भी आवंटित किया। जेसीबी लगाकर साफ सफाई कराई। फिर निगम जगह देने से मुकर गया है। जिसके कारण दुकानदारों को हाईकोर्ट की शरण में जाना पड़ा है।