[Team Insider] राजधानी रांची में बीट पुलिसिंग के बाद अब स्पेशल टीम बनाकर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। राजधानी रांची को चार जोन में बांटा गया है और 4 पुलिस की टीम बनाई गई है जो पुराने अपराधियों पर नजर रखेंगे साथ ही जुर्म की दुनिया में कदम रखने वाले नए युवाओं पर भी निगरानी रखेंगे।
4 जोन में राजधानी रांची को बांटा गया
खास बात यह है कि इस चार पुलिस टीम में रांची में तेज तर्रार पुलिस अफसरों को रखा गया है। जिसे स्पेशल 4 टीम का नाम दिया गया है।जो राजधानी में अपराधियों पर नकेल कसने का काम करेंगे।इसको लेकर रांची के सिटी एसपी सौरभ ने जानकारी दी है कि यह टीम अनुमंडल स्तर पर बनाई गयी है। रांची जिले के अपने अपने क्षेत्र में तैनात टीम सक्रिय अपराधियों का आंकड़ा तैयार करेगी।वहीं हर अनुमंडल की टीम लीडर को सहायता के लिए अलग से दो जूनियर अफसर दिए गये है। टीम राजधानी के पुराने हिस्टिशीटर, चार्जशिटेड अपराधी, गैंगेस्टर के बारे में जानकारी रखेगी। साथ ही स्पेशल टीम आपने अपने थाना क्षेत्र में पिछले 2 सालों के दौरान हुए कांडों का अध्ययन कर डाटा तैयार करेगी। अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके इस वजह से इस टीम में शामिल पुलिसकर्मियों की ड्यूटी दूसरे काम में नहीं लगाई जाएगी।
क्या है योजना
राजधानी में छोटे से लेकर बड़े अपराधिक गिरोह का डाटा तैयार किया जा रहा है।स्पेसल टीम अपराधियों के जमानतदारों तक के नाम का भी डाटा तैयार किया जा रहा है।इसके अलावा कितने अपराधी जेल में बंद हैं। कितने सजायाफ्ता या विचाराधीन हैं। इसकी भी जानकारी स्पेसल टीम इकट्ठा कर रही है। इसके साथ गई अलग अलग तरह की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह को चिन्हित किया जा रहा है और उसकी अलग सूची बनायी जा रही है।
जेल में अपराधियों से मिलने वाले की भी सूची
स्पेसल टीम जेल में बंद अपराधियों से मिलने वालों पर भी पूरी निगरानी रख रही है।सप्ताह में एक दिन जेल जाकर वांटेड अपराधियों से मिलने वाले लोगों की सूची का अध्ययन भी करेगी। साथ ही मिलने वाले लोगों परिवार के सदस्यों का मोबाइल नंबर, पूरा पता और पहचान प्राप्त कर उनकी निगरानी रखेंगे।
सिटी एसपी कर रहे हैं मॉनिटरिंग
स्पेशल टीम की मॉनिटरिंग रांची के सिटी एसपी सौरभ कर रहे हैं।सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि अगर टीम अपने मकसद में सफल होती है। तब उसके आधार पर अपराधियों को जिला बदर करने की कार्रवाई की जाएगी।
स्पेशल टीम कितना कारगर साबित होती है
हालांकि राजधानी रांची में पहले भी पुलिस ने कई प्रयोग किए हैं। जिसमें बीट पुलिसिंग भी शामिल रहा है। अब देखना यह होगा कि राजधानी रांची को 4 जोन में बांटने के बाद बनाई गई स्पेशल टीम अपराधियों पर नकेल कसने में कितना कारगर साबित होती है।