झारखंड का पहला इंटरनेशनल एयरपोर्ट यानि देवघर एयरपोर्ट के अपग्रेडेशन के बाद यहां से एयरबस 321 के साथ ही बोइंग 737 और भारी मालवाहक विमान भी उड़ान भर सकेंगे। नागर विमानन महानिदेशालय(DGCA) की तरफ से ‘एरोड्रम’ यानी अपग्रेडेड 4C का लाइसेंस मिल गया है। इसे लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ट्वीट कर कहा, ‘देवघर हवाई अड्डे के अपग्रेड हो जाने से अब वाणिज्यिक विमानों के परिचालन का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है।’ बता दें कि पूरे राज्य में फिलहाल मात्र रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से नियमित घरेलू उड़ान सेवाएं संचालित हो रही हैं। देवघर राज्य का पहला एयरपोर्ट होगा, जहां से भविष्य में विदेशों के लिए भी सीधी उड़ान सेवाएं शुरू की जा सकेंगी।
प्रधानमंत्री मोदी 12 जुलाई को एयरपोर्ट का करेंगे उद्घाटन
मालूम हो कि एयरपोर्ट के उद्घाटन को लेकर राज्य सरकार व भाजपा सांसद के बीच खूब कहासुनी होती रही है। अब 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों देवघर एयरपोर्ट का उद्घाटन होना है। इसको लेकर प्रशासन द्वारा सारी आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी गयी है।
देवघर एयरपोर्ट की ये है विशेषताएं
देवघर एयरपोर्ट के निर्माण पर कुल 401.34 करोड़ रुपये खर्च हुए।
एयरपोर्ट लगभग 653.75 एकड़ जमीन पर फैला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई साल 2018 में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इसका शिलान्यास किया था।
देवघर एयरपोर्ट पर 2500 मीटर यानी ढाई किलोमीटर लंबा रनवे है।
बिहार और बंगाल के भी यात्री यहां से भर सकेंगे उड़ान
देवघर एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू होने से झारखंड के अलावा पड़ोसी राज्य बिहार और पश्चिम बंगाल के यात्रियों को काफी सुविधा होगी। कोलकाता, पटना, बागडोगरा और रांची एयरपोर्ट के बीच में देवघर एयरपोर्ट होने से यहां यात्रियों की संख्या भी भरपूर रहेगी। पहले चरण में यहां से 180 क्षमता वाले विमान की हवाई सेवा शुरू होगी। इसके बाद यहां से 320 क्षमता वाले विमान उड़ान भरेंगे।