[Team insider] राजद सुप्रीमो व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को बहुचर्चित चारा घोटाले मामले से जुड़े डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड रुपए अवैध निकासी मामले में विशेष सीबीआई अदालत द्वारा दोषी करार दिए गया था। जिसके बाद जाने के बाद लालू यादव न्यायिक हिरासत में रिम्स के पेइंग वार्ड का कमरा ए-11 अलॉट किया गया है। बता दें कि इसी कमरे में उन्होंने काफी समय बिताया है। इधर, लालू के रिम्स में भर्ती होते ही पेइंग वार्ड में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। मुख्य द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाया गया है। तो वहीं हर आने-जाने वालों की जांच की जा रही है।
समर्थकों की लगी रहती है भीड़
वहीं लालू यादव से मिलने के लिए समर्थकों की भीड़ लगी रहती है। वहीं समर्थक लालू यादव के एक झलक पाने के लिए जमे लागातार रिम्स में ड़टे हुए हैं। हालांकि जेल मैनुअल का कड़ाई से पालन किया जा रहा है, इसलिए कार्यकर्ताओं को ज्यादा मिलने नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में कार्यकर्ताओं में थोड़ी मायूसी देखने को मिली दिख रही है। वही समर्थकों को 21 तरीख का बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि लालू यादव के सजा की फैसला इस दिन आना है। वहीं समर्थकों को उम्मीद हैं कि लालू यादव की कम से कम सजा हो।
तीन शिफ्ट में 30 जवान तैनात किए गए
लालू प्रसाद की सुरक्षा में तीन शिफ्ट में 30 जवान तैनात किए गए हैं। लालू के स्वास्थ्य पर नज़र रखने के लिए 7 सदस्यीय मेडिकल टीम का गठन किया गया है। जिसे डॉ। विद्यापति लीड कर रहे हैं। उन्होंने आजतक को जानकारी देते हुए बताया कि लालू यादव की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव हैमें रखा गया है। दोषी करार दिए जाने के बाद लालू यादव का आज तीसरा दिन है। वहीं सजा पर फैसला 21 फरवरी को आय़ेगा।
सीबीआई की विशेष अदालत में पटना में होना है पेश
लालू को भागलपुर कोषागार से अवैध निकासी के मामले में 25 फरवरी को सीबीआई की विशेष अदालत में पटना में पेश होना है। यह सुनवाई वर्चुअल नहीं होगी। इसके लिए लालू को कोर्ट में खुद पेश होना होगा। भागलपुर और बांका से जुड़ा चारा घोटाले का यह मामला 46 लाख रुपए की अवैध निकासी का है। इस मामले में लालू समेत 19 लोगों के खिलाफ पटना की विशेष सीबीआई अदालत में सुनवाई चल रही है। बता दें कि चारा घोटाले के 5 मामले झारखंड में चल रहे थे। जबकि घोटाले से जुड़ा भागलपुर कोषागार अवैध निकासी का एक मामला पटना में भी चल रहा है।