राज्यपाल रमेश बैस 6 दिनों के बाद पहुंचे राजधानी, सबकी निगाहें राजभवन की ओर टिकी हैं। राज्य में सियासी संकट के बीच राज्यपाल रमेश बैस 2 सितंबर को दिल्ली रवाना हो गये थे। लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि आखिर राज्यपाल उस लिफाफे को कब खोलेंगे जिसमें चुनाव आयोग की तरफ से कुछ फैसला आया है। अब उनके लौटने से लोग इस बात का इंताजर कर रहे हैं कि अब राज्यपाल फैसला सार्वजनिक कर देंगे। दरअसल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सदस्यता पर राज्यपाल ही फैसला सुनाने वाले हैं। यूपीए गठबंधन में शामिल विधयाक राज्यपाल से फैसला सुनाने का आग्रह कर रहे हैं।
यूपीए गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से की थी मुलाकात
बता दें कि कुछ दिनों पहले ही राज्यपाल रमेश बैस से यूपीए गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की थी और कहा था कि चुनाव आयोग की तरफ से जो भी फैसला आया है आप उसे सार्वजनिक कर दें क्योंकि आपके फैसले नहीं सुनाए जाने के कारण राज्य की राजनीति में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। मीडिया में सूत्रों के हवाले से कई खबर चल रहे हैं जिसकी वजह से राज्य की राजनीति स्थिर लग रही है। इसके बाद राज्यपाल ने कहा था कि वह 2 दिन में सब कुछ क्लियर कर देंगे जल्दी अपना फैसला सार्वजनिक कर देंगे लेकिन आज 8 दिन हो गए हैं। राज्यपाल ने अपना फैसला नहीं सुनाया है।