कैश कांड मामले में फंसे झारखंड के तीनों कांग्रेस विधायकों के मामले पर विधानसभा स्पीकर न्यायाधिकरण में सुनवाई हुई। कोलकाता में अपने ही सरकार को अस्थिर करने के आरोप में नगद 49 लाख रुपयों के साथ गिरफ्तार कांग्रेस के तीनों विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी, नमन विक्सल और राजेश कच्छप की विधानसभा सदस्यता रद्द करने को लेकर आज झारखंड विधानसभा के स्पीकर न्यायाधिकरण में स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने ऑनलाइन सुनवाई की।
ऑनलाइन के जगह फिजिकल सुनवाई कराने का किया आग्रह
ऑनलाइन सुनवाई के दौरान आरोपी तीनो कांग्रेस विधायकों के वकील ने स्पीकर न्यायाधिकरण के समक्ष अपना लिखित ज़बाब उपलब्ध करवा दिया और स्पीकर से ऑनलाइन के जगह फिजिकल सुनवाई कराने का आग्रह किया। वहीं आवेदनकर्ता आलमगीर आलम के अधिवक्ता ने स्पीकर न्यायधीकारण में अपने पक्ष रखने के लिए 2 हफ़्तों की समय की मांग की। दोनों पक्षों के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने आज की सुनवाई स्थगित कर दी। अगली सुनवाई की तिथि जल्द ही स्पीकर न्यायाधिकरण के तरफ से तय किया जाएगा।
पिछली सुनवाई में तीनों विधायकों के अधिवक्ता ने उनके कोलकाता में होने को आधार बनाकर आठ हफ्तों का समय मांगा था। कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के अधिवक्ता ने इसका विरोध किया। स्पीकर ने दोनों पक्षों को सुना। इसके बाद सुनवाई के लिए दो हफ्ते का समय दिया गया।
कांग्रेस के तीनों विधायकों को सशर्त मिली है जमानत
ज्ञात है कि सरकार गिराने की साजिश के आरोप में 49 लाख रुपये कैश के साथ 30 जुलाई को कोलकाता से गिरफ्तारी के बाद निलंबित कांग्रेस के तीनों विधायकों को सशर्त जमानत मिली है। वे कोलकाता में ही रह रहे हैं। इस आरोप की शिकायत कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने स्पीकर से की। इस आधार पर दसवीं अनुसूची के तहत स्पीकर न्यायाधिकरण में दलबदल का मामला दर्ज किया गया है।