रांची के मेन रोड में 10 जून को हुई हिंसक प्रदर्शन में 15 वर्षीय मोदस्सिर की मौत हो गई । जिसको लेकर मुदस्सिर के पिता मोहम्मद परवेज आलम डेली मार्केट थाना में प्राथमिकी करवाने पहुंचे हैं। मृतक के पिता व परिजन पिछले तीन घंटे से थाने में एफआईआर कराने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन उनकी फरियाद सुनने वाला कोई नही हैं । मोहम्मद परवेज आलम अपने साथ एक पेपर लिए हुए है जिसको दिखाकर बता रहें हैं कि वह 10 जून की दोपहर अपने ठेला गाड़ी में फल बेच रहे थे।
मेरा बेटा भी नारेबाजी में हो गया शामिल
तभी उर्दू लाइब्रेरी की तरफ से मुस्लिम समुदाय के लोग टैक्सी स्टैंड हनुमान मंदिर की तरफ से नारेबाजी करते हुए आ रहे थे। जब भीड़ हनुमान मंदिर के पास पहुंची तो मेरा बेटा भी उसमें शामिल हो गया। अचानक हनुमान मंदिर की छत से भैरो सिंह, शशि शरद, करण, सोनू सिंह व अन्य लोग गोली चलाने और पत्थर फेंकने लगे। मुस्लिम पक्ष भी पत्थर फेंकने लगा जिसके बाद भगदड़ का माहौल बन गया।
मुस्लिम पक्ष को टारगेट करने का आरोप
इसी क्रम में वहां मौजूद पुलिस के लोगों ने एके-47 और पिस्टल से मुस्लिम पक्ष को टारगेट कर अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। एक तरफ मंदिर की छत से और दूसरी तरफ रोड में मौजूद पुलिस कर्मियों की तरफ से लगातार फायरिंग होने लगी जिसमें 1 गोली मेरे बेटे के सिर में जा लगी और वह वही गिर पड़ा। मेरे बेटे को रिम्स अस्पताल ले जाया गया बाद में जब मुझे जानकारी हुई तो मैं भी रिम्स पहुंचा। इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। पिता ने पुलिस-पदाधिकारियों, कर्मियों और मंदिर पर गोली चलाने वाले नामित व्यक्तियों के ऊपर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।