झारखंड में राजनीतिक सरगर्मी के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यालय में जेएमएम के वरिष्ठ नेता सुप्रिया भट्टाचार्य और सांसद विजय हांसदा ने प्रेस वार्ता किया। वहीं मीडिया को संबोधित करते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने सांसद निशिकांत दूबे पर जमकर निशना साधा। कहा कि आज सुबह से ही राजनीतिक वाचाल के रूप में जिस की उपस्थिति राजनीति झारखंड के राजनीति में है उनके द्वारा यह बात बताई गई की राज्यपाल झारखंड के पास चुनाव आयोग का एक सीलबंद लिफाफा आया है। उस लिफाफे में कंटेंट है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द किया गया है। यह आने के बाद सभी राष्ट्रीय मीडिया मीडिया और लोकल इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सोशल मीडिया ने इस बात को प्रचार करना शुरू कर दिया कि मुख्यमंत्री सदस्यता रद्द की गई।
सांसाद पर अपराधिक मुकदमे भी दर्ज होनी चाहिए
वहीं उन्होंने कहा कि राज्यपाल जब विमानपत्तन में उतरे और कहा कि मेरी जानकारी में ऐसी कोई बात नहीं है कि चुनाव आयोग ने कि किसी भी तरह का पत्र भेजा है। मैं राज भवन पहुंचुंगा उसके बाद ही कुछ बता पाऊंगा। जो बात राज्यपाल नहीं मालूम है, वह भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को मालूम है। यह अजीब विडंबना है। भारतीय निर्वाचन आयोग से हम यह मांग करते हैं उसके अभिमान और उसके स्वायत्तता से भारतीय जनता पार्टी ने खिलवाड़ किया।
उस को स्वता: संज्ञान में लेते हुए ऐसे व्यक्ति जो संसद का सदस्य भी है, उसकी केवल सदस्यता ही रद्द नहीं होनी चाहिए, बल्कि उन पर अपराधिक मुकदमे भी दर्ज होनी चाहिए। यदि कोई सरकारी दस्तावेज है उसको यदि आप सार्वजनिक करते हैं जिसमें आप सक्षम नहीं है तो आप पर संविधान के अवमानना के लिए आप पर अपराधिक मुकदमा दर्ज होनी चाहिए। हम लोग यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे और राजनीतिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी के साथ हर प्रकार से हर वक्त, हर जगह प्रतिद्वंद्विता के लिए तैयार हैं।
4-4 उपचुनाव में मुंह की खाई
2019 हम लोगों ने उनको हराया 4-4 उपचुनाव में मुंह की खाई। जितना षड्यंत्र करना हो करें, क्योंकि जिन पुलिसकर्मियों को 20 साल से रघुवर दास और उनकी पूर्वर्ती भारतीय जनता पार्टी की सरकार रुलाने की काम कर रही थी, आज उनके मुंह में जो खुशी आई है वह हेमंत सोरेन के द्वारा ही है। पारा शिक्षकों के मुंह में हंसी आई है। बच्चे विदेश जाकर पढ़ रहे हैं। किसान की खुशहाल हैं। बेहतर स्वास्थ्य और यह महिलाओं का सम्मान है। युवाओं को रोजगार है यह भारतीय जनता पार्टी को रास नहीं आ रही है।
देश के कानून पर हमें पूरा भरोसा है : विजय हांसदा
वहीं सांसद विजय हांसदा ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बहुत ही कम शब्दों में बहुत ही कम समय में सरकार की सोच को और हमारी पार्टी की नीतियों को बहुत स्पष्ट रूप से रखा। निर्णय चाहे जो भी आए इसके लिए हम लोग तैयार हैं। लेकिन संविधान बहुत ही मजबूत नींव के साथ तैयार हुआ है और जिस तरह से बातें इन संस्थानों के द्वारा नहीं, पहले ही कुछ लोग अगर बार में बोल देते हैं तो यह सोचने पर कहीं ना कहीं या मजबूर करता है।
आज पूरे देश में जितने ऐसी संस्थाऐं हैं कहीं ना कहीं वह कमजोर हो रही है। इस देश के कानून पर हमें पूरा भरोसा है और न्याय हमें मिलेगा। जो बातें आ रही है कि सरकार गिर सकती है। इसमें बहुत स्पष्ट कह सकते हैं कि हमारे तमाम नेता बहुत ही मजबूती के साथ खड़ें हैं। इस राज्य की जनता का विश्वास मजबूत होता चला जाएगा।
एक सवाल के जवाब में सुप्रिया भट्टाचार्य ने कहा कि आजकल तो लगता है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा शिवालय का घंटा बन गया है, कि जो भी आता है बजा कर चल जाता है। उनको हम कहना चाहते हैं कि सलाह देना चाहते हैं कि कि हम इस संघर्ष के द्वारा इस राज्य में को लेकर आए हैं। इस राज्य के संचालन के लिए हमें सब के सुझाव चाहिए, लेकिन निर्देशन नहीं। हम जानते हैं अपनी कमिटमेंट को हम उस कमिटमेंट को डिलीवर करना भी जानते हैं।