[Team insider] झारखंड हाईकोर्ट में सातवीं जेपीएससी(JPSC) पीटी रिजल्ट मामले में शुक्रवार को सुनवाई हुई। जेपीएससी की ओर से कोर्ट में शपथ पत्र दायर कर सातवीं जेपीएससी पीटी की रिजल्ट निकालने की अनुमति मांगी गई। जेपीएससी ने पीटी में आरक्षण को लेकर नई कट ऑफ के अनुसार रिजल्ट निकालने की अनुमति मांगी है। पिछले दिनों हाईकोर्ट ने सातवीं से दसवीं जेपीएससी मामले में सुनवाई करते हुए मुख्य परीक्षा में रोक लगा दी थी। मुख्य परीक्षा की तारीख 28 जनवरी से तय थी।
जेपीएससी से इंक्वायरी करने के बाद गलती स्वीकारी
पूर्व में दिए गए कोर्ट के फैसले के बाद सातवीं से दसवीं जेपीएससी मेंस की होने वाली परीक्षा को रद्द कर दिया था। दरअसल झारखंड हाईकोर्ट में सातवीं जेपीएससी पीटी परीक्षा में आरक्षण दिए जाने को लेकर झारखंड हाईकोर्ट में इसे चुनौती दी गई थी। इसके पीछे दलील दी गई थी कि पीटी परीक्षा में 2021 नियमावली के तहत आरक्षण का प्रावधान नहीं है। ऐसे में आरक्षण को लागू कर गलत तरीके से पीटी परीक्षा के रिजल्ट को निकाला गया है। हाईकोर्ट ने अपीलकर्ता के पक्ष को सही माना। वहीं राज्य सरकार ने भी जेपीएससी से इंक्वायरी करने के बाद अपनी गलती को स्वीकार कर लिया।
पीटी परीक्षा रिजल्ट को क्यों दी गयी थी चुनौती
बता दें, सातवीं जेपीएससी परीक्षा में सामान्य केटेगरी में 114 सीट हैं। ऐसे में नियमानुसार सामान्य कैटेगरी के सीट के अनुसार 15 गुना रिजल्ट पीटी परीक्षा में जारी करना चाहिए था। लेकिन पीटी परीक्षा में मात्र 768 सामान्य कैटेगरी के अभ्यर्थियों का ही चयन किया गया। पीटी परीक्षा में इसी आरक्षण के गलत आधार को झारखंड हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी।