[Team insider] झारखंड उच्च न्यायालय के आदेशा पर अपर बाजार स्थित 17 दुकानों को सील करने का रांची नगर निगम को नोटिस दिया जिसके बाद नगर निगम की टीम हरकत में आई और मंगलवार के अपर बाजार में दुकान सील करने पहुंचे। नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों को विरोध का सामना करना पड़ा। जिसके विरोध में सभी व्यवसाय और चेंबर ऑफ कॉमर्स के कर्मचारी धरने पर बैठकर नगर निगम का विरोध कर रहे हैं और सरकार विरोधी नारे लगा रहे हैं।
व्यवसायी और नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी आमने सामने
अनारकली और अपर बाजार के व्यवसायियों ने आज पूरे दुकान को बंद कर विरोध कर रहे हैं सभी व्यवसायियों में सरकार और रांची नगर निगम की आक्रोश दिख रहा है। मौजूद झारखंड मुक्ति मोर्चा के महिला सदस्य महुआ माजी, भाजपा और रांची नगर निगम के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय व्यवसायियों के समर्थन में पहुंचे हैं। तमाम लोग रांची नगर निगम का विरोध कर रहे हैं और नगर निगम से इस मामले पर रोक लगाने की आग्रह कर रहे l फिलहाल व्यवसायी और नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी आमने सामने डटे हुए।
सरकार और उनके अधिकारी रांची को उजाड़ने का कर रहे हैं प्रयास
वहीं भाजपा के विधायक सीपी सिंह ने कहा कि सरकार और उनके अधिकारी रांची को उजाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। मोराबादी को को देख लीजिए वही मोराबादी के पहले हिनू में भी गरीब आदिवासियों को दलित के झोपड़ियों को तोड़ने का प्रयास किया लेकिन हाईकोर्ट के स्टे के बाद इसे रोका गया। इससे पहले भी अपर बाजार में धर्मशाला तक को उजाड़ने का प्रयास किया गया। सरकार रांची को बर्बाद करना चाहती है और हम रांची को बर्बाद होते हुए नहीं देखना सकते।
व्यापारियों में भय का माहौल पैदा ना करें
व्यापारी जो टैक्स देते हैं उसी टैक्स से सारे खर्चे निकलते हैं और आपको जो वेतन मिलता है उसी टैक्स के पैसे से मिलते हैं। आप उन्हीं के ऊपर अत्याचार कर रहे हैं। व्यापारियों के द्वारा ही रांची में हजारों हजार युवाओं को रोजगार मिला है। यदि हम नौकरी दे नहीं सकते हैं, जिन्हें रोजगार मिला, उनसे रोजगार छीनने का अधिकार आपको किसने दिया। यह सरासर लोगों पर अत्याचार हो रहा है। वहीं, सीपी सिंह ने कहा कि इसके इसके पीछे भी कुछ हो रहा है। ये सारे आर्थिक मामले जुड़े हुए हैं। इस तरह का व्यापारियों में भय का माहौल पैदा ना करें।