एनआईए रांची की टीम ने हजारीबाग जेल में बंद बिहार झारखंड बॉर्डर एरिया का सबसे खूंखार नक्सली कमांडर प्रद्युम्न शर्मा उर्फ कुंदन उर्फ साकेत को रिमांड पर लिया है। रिमांड पर लगभग एक दर्जन मामले में पूछताछ होगी। 25 लाख का इनामी नक्सली प्रदुमन 2003 से ही बिहार झारखंड के सीमावर्ती जिलों में संलिप्त रहा है। एनआईए रांची की टीम ने प्रद्युम्न शर्मा के बेटे तरुण कुमार को भी रिमांड पर लिया है।
एनआईए अब दोनो को आमने सामने बैठाकर पुछताछ करेगी। एनआईए जांच में यह पता चला था कि मगध जोन में नक्सली फिर से अपनी ताकत बढ़ाने के लिए षड्यंत्र रच रहे हैं। इसके लिए नक्सलियों के पुराने कैडर को संगठन से जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा हथियारों की खरीद के लिए जेल में बंद नक्सलियों और अपराधियों की मदद से पैसे की उगाही की जा रही है। एनआइए की टीम को पूछताछ में नक्सली षड्यंत्र से जुड़ी कई जानकारियां मिली हैं। इस जानकारी पर रांची खूंटी के इलाके में भी एनआईए की छापेमारी चल रही है।
झारखंड और बिहार में 90 से अधिक मामले हैं दर्ज
कुख्यात नक्सली प्रद्युमन शर्मा को हजारीबाग पुलिस ने पिछले साल गिरफ्तार किया था, तब से वह हजारीबाग जेल में बंद है। इस मामले में एनआइए ने 30 दिसंबर, 2021 को केस भी दर्ज किया था। द्मुमन शर्मा माओवादियों के संगठन में आइईडी ब्लास्ट के एक्सपर्ट के रूप में जाना जाता था। प्रद्युम्न शर्मा की गिरफ्तारी के बाद बेटा तरुण इस षड्यंत्र को आगे बढ़ा रहा था। नक्सली कमांडर प्रद्युम्न शर्मा उर्फ कुंदन जहानाबाद जिला के हुलासगंज थाना के रुस्तमपुर गांव का रहने वाला है। प्रद्युम्न शर्मा पर झारखंड और बिहार में 90 से अधिक मामले दर्ज हैं। अधिकतर एफआईआर तो सिर्फ व्यवसायियों रंगदारी वसूली को लेकर दर्ज है।
खुंटी, रांची के कई ठिकाने पर एनआईए रेड, अब्राहम टूटी रिमांड पर
बुधवार को एनआईए की टीम खुंटी रांची में छापेमारी की। एनआईए रिमांड पर लिये गये आरोपी अब्राहम टूटी के करीबी संजय मुंडा के आवास पर छापेमारी की गयी। एनआईए के जांच पता चला था कि अब्राहम टुटी नक्सलियों को विस्फोटक सामग्री की आपूर्ति करता था। एनआईए ने खूंटी जिले के सायको थाना क्षेत्र निवासी अब्राहम टूटी को 23 फरवरी 2022 को गिरफ्तार किया था। आरोपी विस्फोटक सामग्री की सप्लाई के अलावे माओवादी के एक ओवर ग्राउंड वर्कर के रूप में अन्य रसद सहायता प्रदान करता था। गुरुवार को एनआईए अब्राहम टूटी और संजय मुंडा को आमने सामने बैठाकर पुछताछ करेगी।
गौरतलब हो कि 14 जून 2019 को सराकेला खरसावां के कुकरुहाट बाजार में माओवादियों के जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक दस्ते ने पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी पर हमला कर दिया था जिसमें पांच पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इसके बाद माओवादी दस्ते ने पुलिस के हथियार लूट लिये थे। इस मामले में तिरूलडीह थाने में एफआईआर दर्ज की थी। 9 दिसंबर 2020 को एनआईए ने केस को टेकओवर कर 14 माओवादी और माओवादी समर्थकों को नामजद आरोपी बनाया था।