झारखंड पुलिस को शुरुआती साल में ही बड़ी सफलता मिली है। एक साथ आठ नक्सलियों के आत्म समर्पण से कोल्हान क्षेत्र में नक्सलियों की कमर टूट गयी है। आत्म समर्पण करने वाले नक्सलियों में सभी माओवादी शीर्ष नेता मिसिर बेसरा के सदस्य है। मिसिर बेसरा एक करोड़ का इनामी नक्सली है। आत्म समर्पण करने वाले नक्सलियों में दो महिला नक्सली भी है,जिसमें एक सरिता सरदार का नाम शामिल है। झारखंड में लगातार माओवादियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसमें पुलिस और सुरक्षा बलों को लगातार सफलता मिल रही है.कोल्हान इलाके में नक्सलियों के खिलाफ भी लगातार अभियान जारी है। पुलिस की बढ़ती दबिश देख नक्सलियों में डर का माहौल बना हुआ है। यहीं नतीजा है कि लगातार पुलिस के समक्ष नक्सली अपने हथियार डाल रहे है।
इसी क्रम में झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर भाकपा माओवादी संगठन के केंद्रीय कमेटी सदस्य मिसिर बेसरा के दस्ते के आठ माओवादी सदस्यों के द्वारा, झारखंड पुलिस एवं सीआरपीएफ के पदाधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण करेंगे। 1 करोड़ के इनामी सेंट्रल कमिटी के शीर्ष नक्सली अनल के दस्ते के 8 नक्सली संगठन छोड़ कर भाग निकले हैं। इनमें 2 महिला भी शामिल है। खबर है कि इन 8 नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। सरेंडर करने वालों में प्रमुख नक्सली जयराम बोदरा, मार्टिन अंगरिया, सरिता सरदार सहित अन्य शामिल है।
कई अहम जानकारी मिलने की उम्मीद
मिली जानकारी के अनुसार यह सभी नक्सली चाईबासा और कोल्हान के विभिन्न इलाकों में लंबे समय से सक्रिय थे। यह सभी अनल जी के दस्ते से जुड़े थे। अनल के दस्ते में होने से इन सभी की संगठन पर अच्छी पकड़ है। इनके सरेंडर करने से पुलिस को नक्सलियों से जुड़े और भी कई अहम जानकारी मिलने की उम्मीद है।
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15 लाख के इनामी नक्सली ने किया था सरेंडर
जानकारी के अनुसार कोल्हान इलाके में माओवादियों की एक बड़ी बैठक हुई थी। उस बैठक में आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों के खिलाफ कई तरह के आरोप लगाए गए थे। इस आरोप को एक साथ मिलकर खंडन भी किया गया था। लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई। स्थानीय होने के बावजूद संगठन में हो रहे भेदभाव से नाराज होकर सभी 8 नक्सली अनल का दस्ता छोड़कर फरार हो गए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया ताकि आत्मसमर्पण कर सके। गौरतलब है कि झारखंड पुलिस का आत्मसमर्पण नीति काफी काम कर रही है। मालूम हो बीते दिनों 15 लाख के इनामी नक्सली अमन गंजू ने भी पुलिस के सामने अपने हथियार डाले थे।