दुर्गा पूजा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा पुलिस के बेहद अहम है, पुलिस न सिर्फ शहरी इलाके बल्कि ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ न्यू डेवलप इलाको में भी आमलोगों की सुरक्षा के लिए मुस्तैद है। इस बार शहर के आस पास के न्यू डेवलप कालोनियों में भी पुलिस की तरफ से सुरक्षा के इंतेजाम किये गए है।
एक दर्जन से ज्यादा पंडालों का किया गया है निर्माण
राजधानी रांची में इस वर्ष दुर्गा पूजा को लेकर उत्साह अपने चरम पर है। राजधानी में एक दर्जन से ज्यादा भव्य पंडालों का निर्माण किया गया है, जिसमें माता की प्रतिमाएं विराजमान हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष राजधानी रांची के कोने-कोने से लोग पंडालों का भ्रमण करने के लिए निकलेंगे। ऐसे में लोगों की सुरक्षा पुलिस के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आमतौर पर यह देखा जाता है कि शहरी इलाकों में तो सुरक्षा बेहद चाक-चौबंद होती है लेकिन ग्रामीण और न्यू डिवेलप इलाकों में पुलिस की गश्त ना के बराबर होती है।
ऐसे में असामाजिक तत्वों को मौका मिलता है और वे पूजा पंडाल का भ्रमण कर लौट रहे लोगों को अपना निशाना बनाते रहे है। पिछले दुर्गा पूजा के दौरान भी न्यू डेवलप इलाकों में कई जगह लूटपाट की वारदातें सामने आई थी। हालांकि इस बार पुलिस ने न्यू डिवेलप इलाकों को लेकर भी प्लान तैयार कर लिया है इसके तहत सुनसान इलाकों में औचक एंटी क्राइम चेकिंग किया जाएगा ताकि अगर कोई अपराध की योजना बना रहा है तो उसे विफल किया जा सके।
सुरक्षा के लिए बाइक दस्ते को किया गया है तैनात
रांची डीआईजी अनीश गुप्ता ने बताया कि न्यू डेवलप और ग्रामीण इलाकों से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बाइक दस्ते को तैनात किया गया है। रांची पुलिस के टाइगर जवान तंग गलियों सुनसान रास्तों में लगातार गश्त करेंगे। सभी टाइगर जवानों को यह निर्देश दिया गया है कि वह अपने अपने थानों के संपर्क में रहेंगे और ग्रामीण इलाकों से आने वाले लोगों की सुरक्षा में मुस्तैद रहेंगे।
रात भर चलेगा अभियान
राजधानी में दुर्गा पूजा के दौरान लोग पूरी रात पंडालों के दर्शन के लिए आते जाते रहते हैं ऐसे में सभी पीसीआर वाहनों को यह निर्देश दिया गया है कि वे सुनसान और न्यू डिवेलप मोहल्लों में भी जाकर गस्त करेंगे। रांची डीआईजी के अनुसार सुरक्षा को लेकर राजधानी को कई जोन में बांटा गया है उनमें न्यू डेवलप इलाकों को भी शामिल किया गया है ताकि वहां तगड़े इंतजाम किए जा सके। हर वर्ष दुर्गा पूजा के दौरान भारी संख्या में ग्रामीण इलाकों से लोग पैदल ही शहर दुर्गा पूजा घूमने आते हैं ऐसे में भारी वाहनों की वजह से हादसों की संभावना बनी रहती है। इसे लेकर भी पुलिस के द्वारा गाइडलाइंस तय किए गए हैं। 1 अक्टूबर से लेकर 5 अक्टूबर तक मेला क्षेत्र तक आने वाले रास्तों में भारी वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है।