[Team insider] आजादी के अमृत महोत्सव के तहत देशभर में विज्ञान के प्रचार प्रसार को बढ़ावा दिया जा रहा है। देश के 75 अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों में विज्ञान और तकनीकी महोत्सव 22 से 28 फरवरी तक मनाया गया। झारखंड के बीआईटी मेसरा और बीआईटी एक्सटेंशन को नोडल सेंटर बनाया गया था। यह जानकारी बीआईटी एक्सटेंशन के निर्देशक वंदना भट्टाचार्य ने प्रेस वार्ता कर दी।
महोत्सव का संचालन विज्ञान सर्वत्र पूज्यते थीम पर हुआ
वंदना भट्टाचार्य ने बताया कि 7 दिवसीय महोत्सव का संचालन विज्ञान सर्वत्र पूज्यते थीम पर हुआ। विज्ञान से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई 22 फरवरी को महोत्सव की शुरुआत राजपाल के द्वारा की गई थी। विज्ञान प्रदर्शनी विज्ञान संबंधी विषयों पर प्रतियोगिताएं हुई। विज्ञान पुस्तक मेला भी लगा। इस महोत्सव में रांची के 30 निजी सरकारी स्कूल और 10 कॉलेज की विद्यार्थी भी शामिल हुए।
विज्ञान के वर्ष कर्म इतिहास पर हुई चर्चा
महोत्सव के समन्वयक ने बताया महोत्सव में विज्ञान के वर्ष कर्म इतिहास पर चर्चा हुई। तीसरे दिन 75 वर्षों में देश ने विज्ञान के क्षेत्र में क्या हासिल किया है, उस पर विचार किया गया। चौथे दिन का उद्देश्य परंपरिक विज्ञान के नवाचार और अविष्कार पर चर्चा हुई। इस दौरान देश के 75 सर्वश्रेष्ठ विज्ञान आधारित स्टार्टअप को साझा किया गया। इनमें झारखंड के भी 15 स्टार्टअप शामिल है और आखरी दिन विज्ञान आधारित फिल्म और डॉक्यूमेंट्री सहित और ड्रामा का संचालन किया गया।
75 वैज्ञानिक और तकनीकी विशेषज्ञ ने अपने विचार पेश किये
छठे दिन देश के 75 वैज्ञानिक और तकनीकी विशेषज्ञ अगले 25 वर्षों में देश के विज्ञान की दशा और दिशा पर अपने विचार पेश किये। यूएसए में रहने वाले भारतीय वैज्ञानिक डॉ. आनंद तिवारी कोई पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिक डॉक्टर राजीव प्रसाद, जेएनयू के डॉक्टर दिनेश मोहन भी शामिल हुए। मौके पर बीआईटी एक्सटेंशन लालपुर में भी प्रोफेसर ने भाग लिया।