राजधानी रांची धुर्वा में बन रहे स्मार्ट सिटी के विस्थापितों के पुनर्वास की मांग पूर्व सीएम और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सरकार से की है। जिन परिवारों का घर धुर्वा में 2 सितंबर को तोड़ दिया गया था, उन परिवारों से आज मिलने के बाद उन्होंने यह बात कही। पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद बाबूलाल ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा लोगों को बसाने की नहीं, सिर्फ उजाड़ने की है।
ऐसा नहीं किये जाने पर पीड़ित परिवारों संग धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। धुर्वा में आदिवासियों के घर को जिस हिसाब से बुलडोजर के माध्यम से गिराया गया, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन इनके पुनर्वास की व्यवस्था करे। राज्य सरकार का दायित्व है कि स्मार्ट सिटी में विस्थापित हो रहे परिवारों का पुनर्वास हो। अगर इन परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था नहीं की गई तो वे खुद यहां इन परिवारों के साथ धरने पर बैठ सकते हैं।
बारिश में प्रशासन ने कल बुलडोजर लगाकर तोड़ दिया
गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी के अंदर बने अवैध मकानों को बारिश में प्रशासन ने कल बुलडोजर लगाकर तोड़ दिया। पुलिस बल लगाकर ऐसे घरों को तोड़ा गया जो स्मार्ट सिटी के बीच में कई वर्षों से बने हुए थे। हालांकि इन मकानों को विगत दो वर्ष पहले ही खाली करने का नोटिस दिया गया था। करीब 12 मकान ऐसे थे जो स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य में बाधक थे। इन मकान मालिकों को प्रशासन की ओर से मुआवजा भी मिल चुका है।