[Team insider] डीजीपी पद को लेकर जबरन कयास लगाए जा रहे हैं। डीजीपी के पद पर नीरज सिन्हा फरवरी 2023 तक रहेंगे। कुछ मीडिया हाउस में खबर चल रही है कि केंद्र ने एक्सटेंशन को अनुमोदन नहीं दी है, जबकि प्रकाश सिंह मामले में सुप्रीम कोर्ट ने डीजीपी पद के लिए 2 साल का कार्यकाल तय किया है। इसी के तहत डीजीपी के कार्यकाल को 2 साल करने की अधिसूचना झारखंड सरकार ने जारी की थी। इसके लिए केंद्र की अनुमति जरूरी नहीं।
इस आलोक में डीजीपी बने रहेंगे नीरज सिन्हा
सर्वोच्च न्यायालय के wp (civil),310/1996 में पारित आदेश (प्रकाश सिंह एवं अन्य बनाम भारत सरकार एवं अन्य) 22.09. 2006 तथा ia no 25307/2018 के तहत ही नीरज सिन्हा झारखंड के डीजीपी बने रहेंगे। इसके तहत ही
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा गठित इंपैनलमेंट समिति के अनुशंसित पैनल से ही झारखंड पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा का कार्यकाल फरवरी 2023 तक किया गया है।
31 जनवरी 2022 को होने वाले थे सेवानिवृत्त
1987 बैच के आईपीएस नीरज सिन्हा 31 जनवरी 2022 को सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन अब सरकार के नये आदेश के बाद वह 11 फरवरी 2023 तक डीजीपी के पद पर बने रहेंगे। गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय में दायर याचिका में कहा गया है कि झारखंड में डीजीपी पद के लिए यूपीएससी ने अंतिम बार तब पैनल बनाया था, जब सरकार ने केएन चौबे को डीजीपी बनाया था। तर्क यह दिया गया कि केएन चौबे को डीजीपी बनाने के बाद वह पैनल समाप्त हो गया।
11 फरवरी 2021 को राज्य के डीजीपी पद पर किया गया था पदस्थापित
झारखंड कैडर के 1987 बैच के आइपीएस अधिकारी नीरज सिन्हा को झारखंड के डीजीपी के पद पर 11 फरवरी 2021 को पदस्थापित किया गया था। वे 31 जनवरी 2022 को सेवानिवृत्त होने वाले थे। पिछले साल सरकार ने केएन चौबे को हटाकर एमवी राव को प्रभारी डीजीपी बनाया था और करीब छह महीने पहले सरकार ने एमवी राव को हटाकर नीरज सिन्हा को डीजीपी बनाया गया है।