[Team Insider] चारा घोटाले से जुड़े डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में सीबीआई कोर्ट से दोषी करार दिए राजद सुप्रीमो लालू यादव से बिना रोक टोक के मिलने का सिलसिला शुरु हो गया है। बता देंगी लालू यादव की खराब सेहत की वजह से सुनवाई के बाद होटवार जेल से रिम्स के पेइंग वार्ड के कमरा नंबर ए-11 में शिफ्ट किया गया था, जिसके बाद पेइंग वार्ड की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। वहीं मुख्य द्वार पर मेटल डिटेक्टर भी लगाया गया था, हर आने जाने वालों की जांच भी की जा रही थी। इसके बावजूद जेल मैनुअल का खुलेआम धज्जियां उड़ाते राजद के नेता दिख रहे हैं।
RIMS में ऐश-ओ-आराम की दी जा रही हैं सारी सुविधाएं
वहीं वार्ड में लालू यादव से मिलने के लिए नेताओं की भीड़ लगी रहती है। RIMS में उन्हें ऐश-ओ-आराम की सारी सुविधाएं दी जा रही हैं और यह सब हो रहा है प्रशासन के नाक के नीचे। बता दें कि लालू चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता हैं, इस मामले में 21 तारिख को फैसला सुनाया जाएगा।
रांची प्रशासन पर खड़ा हो रहा है बड़ा सवाल
पेइंग वार्ड से एक तस्वीर भी सामने आ रही है जिसमें चार लोग दिखाई दे रहे हैं। तस्वीर में झारखंड राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह दिख रहे हैं, तो वहीं युवा राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव और दो व्यक्ति लालू यादव के पास साथ खड़े नजर आ रहे हैं। रांची प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।
क्या कहता है जेल मैन्युअल
जेल मैन्युअल के मुताबिक, लालू यादव से कोई भी व्यक्ति बिना जेल प्रशासन की अनुमति के नहीं मिल सकता है। लालू अगर टहलने भी निकलेंगे तो पुलिस के जवान उनके साथ तैनात रहेंगे। जेल प्रशासन की तरफ से मुलाकाती का दिन शनिवार को तय किया गया है। इस दिन केवल 3 लोग ही लालू से मिल सकते हैं।