झारखंड में 2024 के चुनाव की संखनाद हो चुका है। सभी दल अपने संगठन को मजबूत करने में जुटे है। वहीं झामुमो केंदीय नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस वार्ता कर कहा कि लगता है कि अब झारखंड में चुनाव नजदीक है। इसी वजह से एक माह में दो बार केंद्रीय मंत्री अमित शाह का दौरा हुआ है। अपने दौरे के दौरान मंत्री लोभ लुभावने वादे लोगों से कर रहे है। एक तरह से अच्छी बात है कि झारखंड केंद्रीय मंत्रियों को बेहतर लग रहा है। चुनाव से पहले खुद प्रधानमंत्री मोदी और अन्य बड़े नेताओं ने खूब झारखंड के दौरा किया था लेकिन बीच में तीन साल सभी गायब हो गए। अब फिर जब चुनाव होने वाला है तो वह वापस लौट गए है।
पिछले चुनाव में कोल्हान पूरी तरह से साफ हो चुका था
पिछले चुनाव में कोल्हान पूरी तरह से साफ हो चुका था। संथाल ने भी करारा जवाब दिया था। भाजपा को झारखंड की जनता ने करारा जवाब दिया था। अब फिर से अपनी जमीन तालशने में जुटी है। पिछ्ले एक वर्ष से अधिक समय से झारखंड के लोग ED और CBI का नाम सुना। इसके बाद पहली बार शेल कंपनी का नाम सुना। यह वैसा ही था जैसे कोरोना के समय रेमडेसिवर, oxy मीटर कई नाम सुना जो कभी नहीं सुना था।
अडानी के घटते शेयर के बारे में भी केंद्र को घेरा
इसके बाद शेयर मार्केट में अडानी के घटते शेयर के बारे में भी केंद्र को घेरा। सुप्रीयो ने कहा कि देश के एक उद्योगपति 2014 के बाद इतना आगे बढ़ गए कि वह दुनिया में सबसे उपकर हो गए। लेकिन अमेरिका की एक रिपोर्ट ने पूरी सच्चाई को उधेड़ कर रख दिया। उन्होंने अमित शाह पर सवाल खड़ा करते हुए पूछा कि अडानी इतना ऊपर कैसे गया। गौतम अडानी के एक भाई जो काली कमाई को सफेद कर रहे है, इसपर ED कब पहुंचेगी। इसके अलावा अडानी के शेयर गिरावट के वजह से बैंक संकट में है बीमा कंपनी घाटे में गयी। आखिर इसका जवाब कौन देगा। विदेश की एक संस्था देश के प्रधानमंत्री को बताते है कि राजनीति का फायदा लेकर अडानी इतना ऊपर पहुंचे थे। इसपर सरकार क्यो चुप है।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के आगमन के मौके पर स्वागत में कभी कोई मशाल जुलूस नहीं निकाला करता था। लेकिन उनके स्वागत में निशिकांत दुबे के नेतृत्व में मशाल जुलूस से स्वागत किया। इससे साबित होता है कि अमित शाह का खुल कर विरोध नहीं कर सकते इसी वजह से स्वागत के नाम पर विरोध किया गया।ऐसा ना हो कि अब दोबारा अमित शाह झारखंड आये तो स्वागत के नाम पर भाजपा नेताओं के द्वारा पुतला दहन ना कर दे, जो मशाल जुलूस मिकाल सकते है वह पुतला भी दहन कर सकते है।
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क्या अब बाबा को भी प्राइवेट लिमिटेड बनाएंगे
जब अमित शाह देवघर पहुंचे तो मंदिर को बंद कर दिया गया, भक्त किनारे खड़े हुए थे। ऐसा कभी नहीं हुआ था। क्या अब बाबा को भी भाजपा प्राइवेट लिमिटेड बनाएंगे। उन्होंने कहा कि ये सही नहीं है। भाजपा के लोगों को इस बात पर अपना पक्ष रखना चाहिए था। भगवान का घर कभी बंद नहीं किया जा सकता है। गौतम अडानी मामले में सेबी RBI को खुल कर बोलना चाहिए और जो रांची में ED दफ्तर है इनके सभी अधिकारियों को मुंबई जाना चाहिए और जांच करना चाहिए। देश के एयरपोर्ट, बंदरगाह को अडानी को दे दिया गया है। आम बजट पर भी सवाल उठाया, भाजपा से पूछा कि बजट में झारखंड को सरकार ने क्या दिया है। झारखंड के लोग अबकी बार भाजपा को फिर तमाचा मारने का काम करेगी।