राष्ट्रपति पद के लिए साझा विपक्ष के उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा शनिवार को राजधानी रांची पहुंचे। होटल बीएनआर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और कार्यकारी अध्यक्ष आजादा अनवर और सुरेंद्र कुलकर्णी मौजूद रहे। यशवंत सिन्हा अपने झारखंड दौरे मे कांग्रेस के विधायक और सांसदों से मुलाकात की। वहीं यशवंत सिन्हा ने सुबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात कर अपने पक्ष मे वोट मांगा।
सरकारी संस्थाओ का दुरपयोग किया जा रहा है
वहीं पत्रकारों से बातचीत करते हुए जसवंत सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रपति ही हमारे संविधान में इकलौता पद है जो पूरे देश स्तर पर लड़ा जाता है। लेकिन आज इस चुनाव ने अभियान का रूप ले लिया है। अब यह लड़ाई पहचान की नहीं बल्कि विचारधारा की हो गयी है। अगर पहचान की लड़ाई होती, आदिवासी हितों और सम्मान दिलाने की बात कर रहे हैं तो प्रधानमंत्री बना दें। एक तरफ लोकतंत्र को बचाने के लिए खड़े हैं वहीं, दूसरी ओर खड़े लोग लोकतंत्र को खत्म करने पर तुले हैं। यशवंत सिन्हा ने मोदी और भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी संस्थाओ का दुरपयोग कर सबको डरा रही है। पूरे देश मे डर का माहौल पैदा किया गया हैं। राष्ट्रपति चुनाव मे भी विधायकों कि खरीद का काम चल रहा है। राष्ट्र्पति चुनाव देश् का सविधान बचाने के लिए हैं।
पुत्र की तरफ से मुझे बोलने का अधिकार नहीं
जब उनसे पूछा गया कि क्या चुनाव में आपके बेटे का वोट मिलेगा? इस पर उन्होंने बचते-बचाते कहा कि मेरे पुत्र से इस बारे बात कर लेना। मुझे उसकी तरफ कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं है।