झारखंड में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। सीएम हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। इन्हीं सब राजनीतिक हलचल के बीच रविवार को एक बार फिर से यूपीए विधायकों की बैठक होगी। वहीं झारखंड कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय भी आज सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात करेंगे और विधायकों तथा वरिष्ठ नेताओं की होने वाली बैठक में शामिल हो सकते है।
अधिसूचना को लेकर आमजनों में भी उत्सुकता का माहौल
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में राज्यपाल के आदेश के बाद भारत निर्वाचन आयोग की ओर से क्या अधिसूचना जारी की जाती हैं, इसे लेकर पक्ष-विपक्ष से लेकर आमजनों में भी उत्सुकता का माहौल है। वहीं इसे लेकर यूपीए खेमा में खासी बेचैनी भी दिख रही है। इसके बावजूद सीएम हेमंत सोरेन लगातार यूपीए विधायकों के साथ अलग-अलग बैठक एकजुटता प्रदर्शित करने की कोशिश कर रहे हैं। इन बैठकों के माध्यम से यूपीए खेमा बीजेपी को ‘‘नो टेंशन’’ का संदेश देने में जुटा है। दो दिनों तक यूपीए के तमाम विधायकों के साथ बैठक करने के बाद सीएम हेमंत सोरेन शनिवार को लतरातू डैम में पिकनिक मनाने पहुंचे। वहीं रविवार को भी शाम में सभी यूपीए विधायकों के सीएम आवास में बैठक की संभावना हैं।
यूपीए खेमा में 51 विधायकों का साथ
82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में यूपीए विधायकों की संख्या 51 है, इनमें जेएमएम के 30, कांग्रेस के 18 और आरजेडी एवं एनसीसी के 1-1 सदस्यों के अलावा एंग्लो इंडियन के 1 सदस्य का समर्थन प्राप्त है। इसके अलावा भाकपा-माले के भी एक सदस्य का यूपीए सरकार को समर्थन प्राप्त है। ऐसी स्थिति में वोटिंग होने पर स्पीकर को छोड़ कर यूपीए सरकार को 51 सदस्यों का समर्थन मिल सकता है, जो बहुमत के लिए आवश्यक 41 से दस अधिक है।