राजधानी रांची के मेन रोड में 10 जून को हुई पत्थरबाजी, हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ की घटना के मामले में राज्यपाल रमेश बैस ने सख्त रुख रुख अख्तियार करते हुए सोमवार को डीजीपी एडीजी अभियान तथा डीसी और एसएसपी को तलब किया था। वहीं हिंसा उपद्रव करने वालों लोगों की पहचान कर उनकी तस्वीर और नाम पते के साथ शहर के प्रमुख स्थान पर होर्डिंग्स लगवाने के निर्देश दिये थे। जिसके बाद राजभवन से मिले निर्देश पर मंगलवार को प्रशासन ने रांची हिंसा के उपद्रवियों के बैनर पोस्टर तैयार हो चुके हैं। इसको शहर में चस्पा करने के लिए लोग निकल भी गए हैं। राजधानी में देर शाम तक ऐसे पोस्टर दिखाई देने भी लगेंगे।
पुलिस के पास क्या इंटेलिजेंस इनपुट थे
वहीं इस मामले में राज्यपाल ने डीजीपी को पूछा कि रांची में हुई हिंसा और उपद्रव को लेकर पुलिस के पास क्या इंटेलिजेंस इनपुट थे और इसके आधार पर उन्होंने प्रिवेंटिव एक्शन क्यों नहीं लिया था। इसके साथ ही राज्यपाल ने अफसरों से जानना चाहा कि धरना, प्रदर्शन, जुलूस के बारे में क्या जानकारी थी और इसे लेकर उन्होंने क्या व्यवस्थाएं कर रखी थीं।
गिरफ्तारियों के बारे में भी जानकारी ली
इस पर डीजीपी ने बताया कि आईबी की इनपुट में था कि लगभग डेढ़ सौ लोग अराजकता फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। इसके अलावा राज्यपाल ने जुलूस के दौरान मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों और मजिस्ट्रेट की संख्या और इस कांड के सिलसिले में अब तक हुई गिरफ्तारियों के बारे में भी जानकारी ली।