[Team Insider] रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह की पत्नी रुनी सिंह ने गुरुवार को जिले के एसएसपी को पत्र लिखा है।जिसमे कहा है कि पति को बीएसएफ के अवकाश प्राप्त जवान पंकज सिंह नामक शख्स के द्वारा माओवादियों को हथियार सप्लाई और फंडिंग मामले का साजिश के तहत फंसाया गया है।
एसएसपी को लिखा पत्र
उन्होंने एसएसपी संजीव कुमार को आवेदन देने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा है कि एनआईए के द्वारा लगभग 14 घंटे तक उसके घर में छापेमारी कर जांच की गयी। इस दौरान एनआईए ने एक लैपटॉप 5 मोबाइल सीसीटीवी का डीवीआर समेत कुछ अन्य चीजें जब्त कर ले गई है।
आरोप है बेबुनियाद
उन्होंने कहा कि आरोपी पंकज कुमार सिंह के द्वारा लगाया गया आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है। उसके पति को फंसाने की साजिश की गई है। उसके पति उपेंद्र सिंह से पंकज ने एक लग्जरी कार खरीदने के लिए फोन किया था और इसी मामले में एक दो बार उनसे बातें हुई हैं। लेकिन माओवादियों को हथियार सप्लाई करने और माओवादी फंडिंग से उसके पति का कोई लेना देना नहीं है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल एनआइए की टीम ने बुधवार को धनबाद के चर्चिच वाहन रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह के घर पर छापेमारी की। सुबह 8 बजे से घर की घेराबंदी कर एनआइए ने घण्टों जांच की। भूली के बिनोद बिहारी चाैक के समीप पाल नगर में उपेंद्र सिंह का घर है।वह धनबाद का चर्चिच रिकवरी एजेंट है। उसपर कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। वह कई बार जेल भी जा चुका है। ऐसे में अब एनआईए ने नक्सलियों को हथियार सप्लाई करने और फंडिंग के मामले में शिकंजा कसा है।