2019 को जम्मू कश्मीर में हुए पुलवामा हमले को लेकर तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक के खुलासे के बाद जिस तरह उन पर कार्रवाई की जा रही हैं। उसको लेकर जदयू नेता और कार्यकर्ताओं ने आक्रोश जताया हैं। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और एमएलसी नीरज कुमार के नेतृत्व में पटना में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया हैं। जदयू नेताओं ने गाँधी मैदान स्थित जेपी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पैदल विरोध मार्च निकाला गया। पैदल मार्च कारगिल चौक तक निकाला गया। इस दौरान नीरज कुमार ने कहा कि हमारे लिए शर्म की बात हैं कि कोई सैनिकों के शहीद होने पर आवाज उठाए और उस पर कार्रवाई की जाए। वहीं उमेश कुशवाहा ने कहा कि केंद्र में बैठी सरकार के तानाशाही के खिलाफ यह मार्च है ।
भाभी से अवैध संबंध का विरोध करने पर पत्नी की गला दबाकर ह’त्या
पीएम मोदी और राष्ट्रीय सलाहकार ने दी थी चुप रहने की सलाह
दरअसल, जम्मू कश्मीर में हुए पुलवामा हमले को लेकर तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा हैं कि उन्होंने
सीआरपीएफ ने जवानों को ले जाने के लिए एयरक्राफ्ट मांगा था, लेकिन उन्हें नहीं दिया गया। आगे उन्होंने कहा कि हमले के बाद हमने प्रधानमंत्री से कहा था कि ये हमारी गलती से हुआ था। अगर हम एयरक्राफ्ट दे देते तो ये न होता। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे हिदायत देते हुए कहा था तुम अभी चुप रहो।’ साथ ही राष्ट्रीय सलाहकार अजित डोभाल ने भी पुलवामा हमले पर चुप रहने की सलाह दी थी। मलिक की माने तो पाकिस्तान से 300 किलो आरडीएक्स लेकर गाड़ी जम्मू-कश्मीर के गांवों में 10 से 15 दिन तक घूमती रही लेकिन खुफिया विभाग को पता नहीं चला। यह खुफिया विभाग की सबसे बड़ी नाकामयाबी थी। जिसका सारा जिम्मा सरकार पाकिस्तान पर फोड़ना चाहती थी , अपने चुनावी फायदे के लिए।