RANCHI : आगामी चुनाव को लेकर झारखंड की राजनीतिक पार्टियों पूरी तैयारी करती दिख रही हैं। वैसे तो झारखंड में अभी सरकार कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन की बनी हुई है और छोटी बड़ी पार्टियों इनके समर्थित पार्टियों में है, पर विगत चुनाव में जो परिणाम आये उसमें दो मुख्य पार्टियों झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस मिलकर झारखंड में अपनी सरकार चला रही है। आगामी चुनाव का समय नजदीक आ चुका है और जैसे-जैसे यह समय निकट होता जा रहा है, वैसे-वैसे कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा दोनों पार्टियाँ चुनाव के सीटों को लेकर अपनी अपनी राजनीतिक बयानबाजी करने में लगी हुई है।
वर्तमान समय में झारखंड के सत्ता में मुख्यमंत्री पद की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव व पार्टी के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य का कहना है कि चुनाव के समय छोटे भाई और बड़े भाई के रिश्ते को नहीं बल्कि, मौजूदा समय के हालात को देखते हुए गठबंधन की रणनीति तय की जाएगी। यह अपेक्षाएं राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं पर भी निर्भर करती है। सीटों को साझा करने की बात यदि देखी जाए तो बड़े भाई और छोटे भाई कि नहीं बल्कि केंद्रीय स्तर पर सीटों को साझा किया जाएगा।
वहीं वर्तमान समय में झारखंड के सत्ता में काबिज घटक दल के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का कहना है कि चुनाव आने पर सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी गठबंधन में किसको कितनी सीट पर चुनाव लड़ना है, या फिर बड़ा है या छोटा कौन है यह हमारे विपक्षी भाजपा पार्टी इस प्रकार का सुगुफा छोड़ते रहती है। वैसे लोकसभा के 14 सीटों पर हमारी तैयारी जोरों पर है। कांग्रेस के संगठन को मजबूत करने की पहल है। जब हम गठबंधन में है तो हम गठबंधन धर्म निभाएंगे ही।