झारखण्ड के साहिबगंज में महिला थाना की प्रभारी रूपा तिर्की की मौत की जांच कर रही सीबीआइ की टीम करीब महीने बाद फिर से बुधवार को यहां पहुंची है। जानकारी के मुताबिक टीम में सीबीआइ टीम में इंस्पेक्टर जीके अंशु समेत कई अन्य लोग है।सीबीआई की टीम सुबह लगभग चार बजे साहिबगंज पहुंची।यहां महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की केस की जांच कर रही है। सूत्रों की मानें तो सीबीआइ इस मामले की जांच पूरी कर चुकी है। जल्द ही रिपोर्ट धनबाद स्थित सीबीआइ कोर्ट में सौंप दी जाएगी।
फिंगर प्रिंट व जब्त साक्ष्यों आधार पर CBI ने तैयार की रिपोर्ट
सीबीआइ ने इस मामले में रूपा तिर्की के पिता देवानंद उरांव व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का नार्को टेस्ट कराने की जरूरत बताई थी, हालांकि दोनों ने ही उससे इन्कार कर दिया था। रूपा तिर्की के कमरे से लिए गए फिंगर प्रिंट व जब्त साक्ष्यों की फोरेंसिक रिपोर्ट सीबीआइ को मिल चुकी है। उसके आधार पर सीबीआइ ने अपनी रिपोर्ट तैयार की है।
रूपा तिर्की के परिजनों ने हत्या का लगाया था आरोप
बता दें तीन मई 2021 को साहिबगंज महिला थाना की तत्कालीन प्रभारी रूपा तिर्की का शव उसके कमरे में फंदे से लटकता मिला था। पुलिस के अनुसार उसने अपने प्रेमी शिव कनौजिया की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली, जबकि रूपा तिर्की के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने इस मामले में शिव कनौजिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, फिलहाल वह जमानत पर है। उधर, मामले की सीबीआइ जांच के लिए रूपा तिर्की के परिजनों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट के निर्देश पर सितंबर 2021 से सीबीआइ मामले की जांच कर रही है।