बिहार के शिक्षकों को इस महीने सैलरी के लिए इंतज़ार करना होगा। उनकी जुलाई में तनख्वाह मिलने में देरी होगी। इसके पीछे की वजह है देर से रिपोर्ट जमा करना। बताया जा रहा कि विश्वविद्यालयों ने शिक्षा विभाग को समय पर आवश्यक रिपोर्ट नहीं दिया है, जिसके कारण देरी होगी।
मिली जानकारी के अनुसार, विश्वविद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों को जुलाई में तनख्वाह मिलने में देरी होगी। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि कुछ विश्वविद्यालयों ने अपने यहां काम करने वाले लोगों की जानकारी शिक्षा विभाग को नहीं दी है। इस बात की जानकारी लगने के बाद से शिक्षकों में मायूसी छा गयी है।
बताया जा रहा कि शिक्षा विभाग ने दो महीने पहले ही सभी विश्वविद्यालयों से कहा था कि वे अपने यहां काम करने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों की पूरी जानकारी दें। यह जानकारी एक खास पोर्टल पर अपलोड करनी थी, लेकिन कई विश्वविद्यालयों ने ऐसा नहीं किया। इस देरी के लिए शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और कुलसचिवों को जिम्मेदार ठहराया है।